स्पोर्ट्स डेस्क : उमेश यादव (तीन विकेट), जसप्रीत बुमराह (दो विकेट), रविंद्र जडेजा (दो विकेट) की बेहतरीन गेंदबाज़ी से भारत और इंग्लैंड के बीच केनिंग्टन ओवल में खेला गया चौथा टेस्ट भारतीय टीम ने 157 रन से जीत लिया. मैच में इंग्लैंड के सामने 368 रनों का लक्ष्य था, 210 पर पूरी टीम सिमट गयी और भारत ने मैच जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त ली. सीरीज का पाचवां टेस्ट 10 सितंबर से मैनचेस्टर में खेला जाएगा.
50 वर्ष बाद टीम इंडिया ओवल के मैदान पर कोई टेस्ट मैच जीतने में सफल रही. मैच में भारतीय गेंदबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला. टीम की यादगार जीत में उमेश यादव ने 3, जसप्रीत बुमराह, शार्दूल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट झटके. एक टाइम इंग्लैंड मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही थी.
ऐसा लग भी रहा था कि शायद टीम मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रहेगी, ऐसा देखने को नहीं मिला. मध्यक्रम में टीम का एक भी प्लेयर विकेट पर खड़े रहने का साहस नहीं दिखा सका. इंग्लैंड ने 52 रनों के भीतर एक के बाद एक अपने 6 विकेट गंवाए. यहां से भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड को लौटने का अवसर नहीं दिया और बेहतरीन जीत हासिल की.
जसप्रीत बुमराह भारत के लिए सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हुए. बुमराह ने केवल 24 मैचों में ये रिकॉर्ड बनाया. उनसे पहले भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड बतौर तेज गेंदबाज कपिल देव (25) के नाम पर था. कपिल के बाद इरफान पठान (28), मोहम्मद शमी (29) और जवागल श्रीनाथ (30) के नाम आते हैं.
बुमराह ने ओली पोप (2) को आउट करके ये रिकॉर्ड बनाया. पोप के विकेट के बाद उन्होंने अपने अगले ही ओवर में जॉनी बेयरस्टो (0) को आउट करके भारत को पांचवीं सफलता दिलाई. जडेजा ने मोइन अली को शून्य पर आउट करके इंग्लैंड की कमर तोड़ दी. जो रूट ने पारी को संभालने का काम किया, शार्दूल ठाकुर ने उनको आउट करके भारत की जीत पक्की कर दी.
पांचवें दिन भारत को पहली सफलता शार्दूल ठाकुर ने रोरी बर्न्स (50) को आउट करके दिलाई. पहले विकेट के लिए रोरी बर्न्स और हासीब हमीद ने 100 रन जोड़े. इसके कुछ टाइम बाद सब्स्टिट्यूट फील्डर मयंक अग्रवाल ने बेहतरीन फील्डिंग करते हुए डेविड मलान को रन आउट कर भारत को दूसरी कामयाबी दिलाई.
112 के स्कोर पर मोहम्मद सिराज ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर मिड-ऑन पर फील्डिंग करते हुए हासीब हमीद का आसान सा कैच छोड़ा. उस टाइम हमीद 55 पर बल्लेबाजी कर रहे थे. हालांकि, लंच के बाद जडेजा ने हमीद (63) को आउट करके भारत को तीसरी सफलता दिलाई. ओवल के मैदान पर अंतिम बार सबसे सफल चेज वर्ष 1902 में देखने को मिला था.
उस टाइम ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 263 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे इंग्लैंड ने 9 विकेट के नुकसान पर हासिल किया था. उसके बाद 1963 में वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के सामने 253 रनों का टारगेट रखा था, जिसे मेजबान ने केवल 2 विकेट पर हासिल किया था. ओवल में पिछले 10 टेस्ट मैचों (इस एक को छोड़कर) की बात की जाये तो इंग्लैंड ने 5 मैच जीते हैं और उसे चार में हार मिली है.
इस ग्राउंड पर पिछले तीन मैचों में मेजबान टीम विजयी रही है. ओवल में जिन नौ मैचों में परिणाम संभव थे, उनमें से चार (इंग्लैंड के लिए दो) पारी की जीत रही हैं. लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों ने यहां पिछले 10 टेस्ट में से केवल दो में जीत दर्ज की है. संयोग से, पाकिस्तान ने 2010 और 2016 में मैच जीतने के लिए क्रमशः 148/6 और 42/0 के स्कोर के साथ लक्ष्य का पीछा करने में सफल रही थी.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल अथर्टन ने चौथे दिन के खेल के बाद इंग्लैंड को जीत का प्रबल दावेदार बताया है. स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए उन्होंने बोला कि, ये बहुत सपाट विकेट है, बहुत कुछ नहीं हो रहा है और फिर आप भारत के गेंदबाजी आक्रमण को ही देख लीजिए. टीम के पास न शमी, न ईशांत, न अश्विन हैं.
पहली पारी में भारत बुमराह पर ही निर्भर दिखी थी. जडेजा का कितना प्रभाव होगा? उनका प्रभाव हो सकता है, (लेकिन) ये एक अच्छी पिच है. अथर्टन के अनुसार, इंग्लैंड ये मैच जीतकर सीरीज में आसानी से 2-1 की बढ़त हासिल कर सकता है. वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज माइकल होल्डिंग के मुताबिक, मैं वास्तव में इस पिच से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं कर रहा हूं.
मैंने नहीं देखा कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज बहुत अधिक समस्याएं पैदा कर सके और भारत के तेज गेंदबाजों से मुझे अधिक बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद नहीं है. जडेजा के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता. अगर आप सिर्फ गेंदबाजी की बात कर रहे होते तो मैं अश्विन को तरजीह देता. इससे पहले इंग्लैंड पहली पारी में 290 रन बनाने में कामयाब रही.
एक टाइम टीम ने 62 पर पांच विकेट खो दिए थे, इसके बाद ओली पोप (81) और क्रिस वोक्स (50) ने बढ़िया बल्लेबाजी कर टीम को 290 तक पहुंचाया. अंतिम के पांच विकेट के लिए इंग्लैंड टीम ने 228 रन जोड़े और टीम 99 रनों की अहम बढ़त बनाने में सफल रही. भारत के लिए उमेश यादव के खाते में सर्वाधिक 3 विकेट आए. भारत पहली पारी में 191 रन बना सका था.