उज्जवला योजना: अब होगी निशुल्क गैस रिफिल
लखनऊ: केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के लाभार्थियों के लिए बड़ी घोषणा की है। उज्ज्वला ग्राहकों को 14.2 किग्रा के तीन और 5 किग्रा कनेक्शन वाले लाभार्थियों को 8 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त मिलेंगे। इसके साथ ही इंडियन ऑयल, लखनऊ के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख उत्तीय भट्टाचार्य ने पत्र भेजकर बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत उज्ज्वला ग्राहकों को यह लाभ मिलेगा। सरकार ने तीन महीने नि:शुल्क गैस रिफिल का एलान किया है। अप्रैल से जून, 2020 तक के लिए यह घोषणा की गई है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक अब तक तेल कंपनियों ने इस मद में उज्जवला योजना के करीब 7.15 करोड़ लाभार्थियों के खाते में 5,606 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए हैं। इसमें बताया गया है, ‘यह योजना पहली अप्रैल से 30 जून तक के लिए प्रभावी है। इसके तहत कंपनियां लाभार्थी के खाते में उसके पैकेज के हिसाब से 14.2 किलो या पांच किलो के सिलेंडर की कीमत के बराबर का एडवांस जमा करा रही हैं। ग्राहक इस पैसे से सिलेंडर रिफिल करा सकेंगे।’
उज्ज्वला ग्राहकों को 14.2 किग्रा के तीन और 5 किग्रा कनेक्शन वाले लाभार्थियों को 8 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त मिलेंगे। इसके साथ ही इंडियन ऑयल, लखनऊ के कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख उत्तीय भट्टाचार्य ने पत्र भेजकर बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत उज्ज्वला ग्राहकों को यह लाभ मिलेगा। पहले पैसा नकद चुकाना होगा क्योंकि सरकार इन ग्राहकों को यह राशि उनके बैंक खाते में भेज रही है ताकि वे योजना के तहत एक सिलेण्डर हर माह ले सकें। ग्राहक खाते में आई अप्रैल महीने की अग्रिम धनराशि का उपयोग करके पहला सिलेण्डर ले लेते हैं तो मई की अग्रिम राशि उनके लिंक्ड बैंक खाते में भेज दी जाएगी। इसके साथ ही पहला सिलेंडर मिलने के बाद 15 दिन बाद ही नई बुकिंग होगी।
गैस सिलेंडर का भाव
रसोई गैस सिलेंडर के बाजार भाव (गैर सब्सिडी रेट) में कमी के बाद उपभोक्ताओं के खाते में अब सब्सिडी के रूप में 263 रुपये जाएंगे। इसके बाद उपभोक्ताओं को सब्सिडी वाला सिलेंडर करीब 516 रुपये का पड़ेगा।
सिलेंडर अप्रैल के दाम
सिलेंडर | अप्रैल के दाम |
14.2 किलो | 779.00 |
5 किलो | 286.50 |
19 किलो | 1369.50 |
12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है सरकार
वर्तमान में सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। अगर इससे अधिक सिलेंडर चाहिए तो बाजार मूल्य पर खरीदारी करनी होती है। हालांकि सरकार हर साल 12 सिलेंडरों पर जो सब्सिडी देती है, उसकी कीमत भी महीने-दर-महीने बदलती रहती है। औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक सब्सिडी की राशि निर्धारित करते हैं।