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कश्मीर: श्रीनगर में आज से G20 देशों के तीसरे पर्यटन कार्य समूह की बैठक शुरू होने जा रही है। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की सफलतापूर्वक मेजबानी करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मल्टी-टियर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि जी20 के प्रतिनिधि सोमवार से बुधवार तक घाटी में होंगे। धारा 370 खत्म किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में यह पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय इवेंट है। जी20 देशों के 60 प्रतिनिधियों समेत 180 से ज्यादा प्रतिनिधि यहां आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की मीटिंग का आयोजन श्रीनगर में डल लेक के तट पर स्थित शेरी कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में हो रहा है। जम्मू कश्मीर के एडीजी विजय कुमार ने बताया कि थ्री-टियर में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। यहां शुक्रवार को सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों ने मॉक ड्रिल भी किया।
एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी को भी यहां तैनात किया गया है। इसके एसिस्टेंस के लिए एनएसजी और सेना के जवान तैनात होंगे। एडीजी ने बताया कि मार्कोस टीम की भी तैनाती होगी। इनके अलावा पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी के जवान भी तैनात होंगे।
पहले दिन (सोमवार) उद्घाटन सत्र के साथ टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक होगी। इसके बाद दूसरे सत्र में जी20 के टूरिज्म मंत्रियों के घोषणापत्र पेश किए जाएंगे।। और फिर प्रतिनिधियों से फीडबैक लिया जाएगा। इसके इतर और भी कई कार्यक्रम शेड्यूल हैं। मीटिंग के दूसरे दिन एक साइड इवेंट के तौर पर भारतीय टूरिज्म इंडस्ट्री के हालात पर प्रतिनिधियों के बीच बातचीत होगी।
फिल्म टूरिज्म के जरिए विदेशी मेहमानों को भारत दर्शन कराया जाएगा। दूसरे दिन के लिए भी कई अन्य कार्यक्रम शेड्यूल हैं। वहीं 24 मई को आखिरी दिन स्थानीय स्तर के टूरिज्म का जायजा लेंगे। इस बीच 22 मई यानी आज रात गाला डिनर की व्यवस्था है और आखिरी दिन फेयरवेल डिनर के इंतजाम होंगे।
जम्मू-कश्मीर में आयोजित होने वाली इस मीटिंग से चीन समेत कई देशों ने किनारा किया है। चीन ने जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताते हुए मीटिंग से दूर रहने का ऐलान किया। तुर्की भी उन देशों में है जो केंद्रशासित प्रदेश में मीटिंग का विरोध कर रहा है। चीन माना जा रहा है कि पाकिस्तान के अनुरोध पर मीटिंग का विरोध कर रहा है। तुर्की ने पहले भी जम्मू कश्मीर पर बयानबाजी करता रहा है।