पीएम मोदी ने वीबो से 113 पोस्ट हटाईं
दिल्ली, 1 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): भारत-चीन के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में तनाव के चलते पीएम मोदी ने चीन का करारा जवाब दिया है। आपको बता दें कि चीन की करतूत के बाद से भारत आर्थिक मोर्चे पर ड्रैगन को चोट पहुंचा रहा है। 59 चीनी ऐप्स को बैन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो से हटने का फैसला लिया है। पीएम मोदी साल 2015 में वीबो से जुड़े थे। सूत्रों के हवाले से कहा कि वीआईपी अकाउंट डिलीट करने की प्रक्रिया जटिल होती है। हालांकि, अकाउंट डिलीट करने की आधिकारिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चीन की तरफ से इसकी इजाजत दिए जाने में काफी देर की जा रही है और इसका कारण नहीं बताया गया है। पीएम मोदी ने इस पर 115 पोस्ट की हैं और इनमें से 113 को हटा दिया गया है।
2015 में वीबो पर पहली बार अकाउंट बनाया था
बुधवार को पीएम मोदी के वीबो एकाउंट से उनकी प्रोफाइल फोटो समेत अन्य जानकारियां हटा दी गईं। पीएम मोदी का अकाउंट साल 2015 में बतौर प्रधानमंत्री उनके चीन के पहले दौरे के वक्त बनाया गया था। पीएम नें भारत और चीन के संबंध खासकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी बैठकों के बाद के संदेशों को इस पर देते रहे हैं। प्रधानमंत्री के वीबो एकाउंट पर पोस्ट्स चीनी भाषा में होती थी। आपको बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। इस घटना के बाद भारत ने चीन को सबक सिखाने की ठान ली है। भारत फिलहाल आर्थिक मोर्चे पर चीन को चोट पहुंचा रहा है। सोमवार को ही मोदी सरकार ने टिकटॉक, शेयरइट, हेलो, यूसी ब्राउजर और वीचैट समेत कुल 59 ऐप को बैन कर दिया।
मई 2015 में वीबो से जुड़े थे पीएम मोदी
वहीं, भारत अब सभी हाइवे प्रोजेक्ट्स में चीनी कंपनियों को बैन करने की तैयारी कर रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी। चीनी कंपनियों को संयुक्त उद्यम पार्टनर के रूप में भी काम नहीं करने दिया जाएगा। इससे पहले रेलवे के कई ठेकों से चीनी कंपनियों को बाहर कर दिया गया था।