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मुंबई की गैंग ने डूंगरपुर के सागवाड़ा में काॅल सेंटर बना 15 लाख अमेरिकन से ठगे 10 करोड़

डूंगरपुर. मुंबई (Mumbai) के शातिर ठगों ने सागवाड़ा की पुर्नवास कॉलोनी से 13,166 किमी दूर अमेरिका के नागरिकाें से 10 कराेड़ रुपए से ज्यादा की ठगी करने का बड़ा खुलासा हुआ है. ठगाें ने पुर्नवास कॉलोनी में कॉल सेंटर बना रखा था. जहां ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन अधिकारी बनकर ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदी के नाम पर ठगी कर रहे थे. दिलचस्प यह है कि गैंग सिर्फ अमेरिकी लोगों को अपना शिकार बनाती थी.

अमेरिका के समय से मैचिंग करने के लिए कॉल सेंटर रात में काम करता था. ठगी का मुख्य सरगना बॉथम रॉडीगेज फरार है. साइबर सेल और जिला विशेष टीम को कुछ दिनों पहले सागवाड़ा नगर के पुनर्वास कॉलोनी में एक रिहायशी मकान में कुछ संदिग्ध लोगों द्वारा ऑनलाइन ठगी करने की जानकारी मिली थी. डीएसटी ने दबिश दी तो मकान में तीन कमरों में फाइबर नेट लाइन बिछाई हुई मिली. जिसमें 6 युवक और 3 युवतियां मौजूद थे, जो अपने-अपने लैपटॉप पर अंग्रेजी में बातचीत कर रहे थे. पुलिस (Police) के अनुसार इन ठगों से 15 लाख लोगों का डेटा मिला है.

पुलिस (Police) ने मुंबई (Mumbai) की 3 लड़कियों सहित 8 ठगों को गिरफ्तार किया गया. जबकि एक नाबालिग को भी पकड़ा है. इसमें एक आरोपी सागवाड़ा के जेठाणा गांव का है. सभी आरोपियों की उम्र 19 से 28 वर्ष के बीच है. एसपी सुधीर जाेशी ने बताया कि गैंग से जब्त किए लैपटॉप और मोबाइल की करीब तीन-चार दिन की जांच और डिटेन किए गए 8 लोगों से गहन पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस (Police) ने 5 लैपटॉप, 8 एन्ड्रॉयड मोबाइल, एक फाइबर लाइन नेट कनेक्शन जो सभी लैपटॉप से जुड़े हुए थे, जब्त किए हैं. सभी आरोपियों के लैपटॉप से लगभग 15 लाख से ज्यादा अमेरिका के नागरिकों का मोबाइल डाटा मय नाम पता व ईमेल एड्रेस मिला है. सभी आरोपियों के लैपटॉप में एक सॉफ्टवेयर पाया गया जो इंटरनेट कॉलिंग की सेवा देता है. लैपटॉप में एक स्क्रिप्ट जो फ्रॉड करने के लिए होती है, मिली है.

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