नई दिल्ली : भारतीय रसोई की लहसुन के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती है. करी, ग्रेवी और यहां तक कि सूखी सब्जी में स्वाद के लिए लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है. सर्दी आते ही लोग इसके कई स्वास्थ्य लाभ और शरीर पर गर्माहट के प्रभाव के लिए लहसुन का अधिक उपयोग शुरू कर देते हैं. इसे पेस्ट के रूप में या कटा हुआ लहसुन का सेवन साल के सभी महीनों के दौरान किया जाता है. हालांकि लहसुन सर्दी या फ्लू (cold or flu) से निपटने में कारगर माना जाता है और इसके एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज इसको डाइट का एक मुख्य घटक बनाती हैं, लेकिन आप जानते हैं कि कई लोगों के लिए लहसुन का सेवन नुकसानदायक भी होता है. इम्यूनिटी और पाचन के लिए शानदार होने के बावजूद कुछ लोगों में लहसुन के साइड इफेक्ट दिख जाते हैं.
यहां जानिए कि किन लोगों को लहसुन के सेवन से बचना चाहिए.
लहसुन किसे खाना चाहिए और किसे नहीं?
एसिडिटी की दवाई ले रहे हैं तो या गैस और एसिडिटी से अक्सर परेशान रहते हैं.
ब्लड प्रेशर (blood pressure) की दवाई ले रहे हैं तो.
अगर खून को पतला करने वाली या हाई कोलेस्ट्रॉल की दवाएं ले रहे हैं.
लूज मोशन होने की स्थिति में.
लहसुन कई डाउन साइड के बाद भी एक हेल्दी जड़ी बूटी बनी हुई है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. यह इम्यून सिस्टम से लेकर दिल तक सभी को फायदा पहुंचा सकता है.
डाइट में इस एंटीबायोटिक जड़ी बूटी को शामिल करने के कई हैं फायदे
इंफेक्शन से लड़ता है.
हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है.
हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है.
जब भोजन में लहसुन का उपयोग करने की बात आती है, तो इसे सब्जी की करी में शामिल करने, तेल में पकाने या सूप में डालने की सलाह दी जाती है. लहसुन को कच्चा खाना और भी बेहतर माना जाता है क्योंकि हाई टेंपरेचर पर गर्म करने या पकाने से जड़ी-बूटी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट यौगिक नष्ट हो सकते हैं.