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GDP ग्रोथ में हुआ मामूली सुधार, दिसंबर तिमाही में 4.7 फीसद रहा आंकड़ा

नई दिल्ली: सुस्ती से लगातार जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए शुक्रवार को थोड़ी राहत भरी खबर आई है। पिछले छह तिमाहियों में लगातार गिरावट के बाद 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 4.7 फीसद रहा है, शुक्रवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आंकड़े जारी किए। इससे पहले, दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर महज 4.5% रही थी, जो साढ़े छह सालों का निचला स्तर था।इस महीने के शुरू में पेश किए गए वार्षिक बजट में सरकार का अनुमान है कि मार्च में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास 5 फीसद रहेगा, जो 11 वर्षों में सबसे कम है। जबकि सरकार का लक्ष्य 2020-21 के लिए 6% की वृद्धि का है।

नौ महीने की अवधि (अप्रैल-दिसंबर 2019) के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था एक साल पहले की समान अवधि में 6.3 फीसद के मुकाबले 5.1 फीसद रही है। 2019-20 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी की वृद्धि दर संशोधित कर 5.6 फीसद और दूसरी तिमाही के लिए 5.1 फीसद हो गई।

भारतीय रिजर्व बैंक ने 2019-20 के लिए 5 फीसद जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया था। अक्टूबर-दिसंबर 2019 में चीन की आर्थिक वृद्धि 6 फीसद थी, जो 27 वर्षों में सबसे है।

दूसरी ओर कोरोना वायरस के कारण वैश्विक विकास दर में कमी का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। वायरस फैलने की आशंका से शुक्रवार को शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में अब तक की दूसरी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है।

कोयला, रिफाइनरी उत्पादों और इलेक्ट्रिसिटी के उत्पादन में वृद्धि से देश की बुनियादी उद्योगों की विकास दर जनवरी में 2.2% रही। गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था में रफ्तार के लिए सरकार ने पिछले कुछ महीनों में कई उपाय किए हैं। हालांकि उसका अभी कोई बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है।

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