GIS 2023: पूर्वांचल और बुंदेलखंड बनेगा एक्सपोर्ट का हब, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से आएगा बड़ा निवेश
Global Investors Summit 2023: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट यूपी की क्षेत्रीय औद्योगिक आर्थिक विषमता को दूर करने में अहम भूमिका निभाने जा रहा है। समिट से पहले आए 23 लाख करोड़ के देशी विदेशी निवेश प्रस्तावों में सबसे बड़ा हिस्सा मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का ही है। इनके अमल से बुंदेलखंड और पूर्वांचल निकट भविष्य में बड़े औद्योगिक केंद्र बनेंगे। साथ ही निर्यात के मामले में राज्य के यह हिस्से पश्चिमी और मध्य यूपी को टक्कर देंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले निवेश प्रस्तावों को एक साल से दो साल तक जमीन पर उतारने की तैयारी है। यानी बड़े निवेश परियोजनाओं में 2025 से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा। कुछ कंपनी इससे पहले भी उत्पादन शुरू कर सकती हैं। डेलायट कंपनी ने यूपी सरकार को सेक्टरवार कई बड़ी सिफारिशें दी हैं। इसमें कहा गया है कि यूपी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर पर खास जोर दे। निर्यात के लिए दूसरे सेक्टर भी फोकस करने की जरूरत है।
यूपी में 50 प्रतिशत निर्यात केवल दो जिलो से रिपोर्ट में यूपी में अभी निर्यात के मौजूदा हालात की चर्चा करते हुए क्षेत्रीय विषमता को इंगित किया गया है। इसमें कहा गया है कि अभी यूपी से होने वाले कुल निर्यात में पश्चिमी यूपी की हिस्सेदारी 78 प्रतिशत, मध्य यूपी की 10 प्रतिशत , पूर्वांचल की 12 प्रतिशत व बुंदेलखंड की 0.20 प्रतिशत है। यूपी का 50 प्रतिशत निर्यात केवल दो जिलों गौतमबुद्धनगर व नोएडा से होता है। यूपी की 45 प्रतिशत अबादी तो पूर्वांचल व बुंदेलखंड से आती है।
निर्यात बढ़ाने की जरूरत अभी निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, मेटल व मशीनरी व चर्म उत्पाद के जरिए यूपी का 50 प्रतिशत निर्यात होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी रसायन, आटोमोटिव, लकड़ी फर्नीचर, रबर प्लास्टिक, पेपर, फार्मा, खिलौने, जेम, स्पोटर्स सामान आदि की यूपी से होने वाले निर्यात में हिस्सेदारी 1.1 प्रतिशत से 0.1 प्रतिशत के बीच है। इसे और बढ़ाने की जरूरी है।
बेहतर होगा यूपी अगर इन सिफारिशों पर अमल हुआ तो निर्यात में साल 2028 में बुंदेलखंड की हिस्सेदारी 5 प्रतिशत हो जाएगी। इसी तरह मध्य यूपी 14 से बढ़कर 28 प्रतिशत हो जाएगी। पूर्वांचल 9 प्रतिशत से बढ़कर 16 प्रतिशत हो जाएगी।
एथेनॉल निवेशकों को ऋण देगा सहकारी बैंक
यूपी कोआपरेटिव बैंक (यूपीसीबी) ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में एथेनॉल बनाने के लिए उद्योग लगाने वाले निवेशकों को ऋण देगा। बैंक ने इसके लिए फिलहाल 770 करोड़ रुपये का बंदोबस्त किया है।
आईएएस और आईपीएस की छुट्टी 12 तक रद्द
राज्य सरकार ने ग्लोबल समिट को देखते हुए आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, पीपीएस समेत इस स्तर के अधिकारियों की छुट्टी 12 फरवरी तक रद्द कर दी है। मुख्य सचिव की ओर से इस संबंध में सभी विभागाध्यक्ष को निर्देश भेज दिया गया है।
अध्यात्म के क्षेत्र से भी होगा यूपी में पूंजी निवेश
अंतर्राष्ट्रीय संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर ट्रस्ट को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के माध्यम से राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के मार्गदर्शन में स्थापित ट्रस्ट, 25 से अधिक वर्षों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है और देश भर में इसके 100 से अधिक स्कूल हैं। श्री श्री रविशंकर विद्या ट्रस्ट के अध्यक्ष कमोडोर एचजी हर्षा ने उत्तर प्रदेश में दो विश्वविद्यालयों और कई स्कूलों की स्थापना की संभावना पर अपना उत्साह व्यक्त किया। विश्वविद्यालयों को 400 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित किया जाएगा, जिनमें से पहला देवीपाटन क्षेत्र में स्थित होगा। ट्रस्ट 100 करोड़ के निवेश से राज्य में पांच स्कूलों की स्थापना के साथ शुरुआत करेगा।