सब्जी मंडी इमारत गिरने के मामले पर अधिकारियों को क्लीन चिट देना भाजपा शासन में भ्रष्टाचार का नया उदाहरण : दिल्ली कांग्रेस
उत्तरी दिल्ली स्थित सब्जी मंडी क्षेत्र में बिल्डिंग गिरने मामले में निगम ने 4 अधिकारियों को जांच के उपरांत क्लीन चिट दी, जिसपर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा कहा कि, यह भाजपा के शासन में भ्रष्टाचार का एक नया उदाहरण सामने आया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि, 12 वर्षीय दो बच्चों की मृत्यु हो गई थी 72 वर्षीय वृद्ध गंभीर रुप से जख्मी हुआ था। 15 वर्षों से भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम में भ्रष्टाचार के शीर्ष पर पहुंचा, जिसे भाजपा अपने आपको बचाने के लिए अपने निगम पार्षदों को पार्टी से निलंबित करने का ढोंग कर रही है।
दरअसल 13 सितंबर को पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में एक बहुमंजिला इमारत गिर गई थी, जिसके बाद निगम के अधिकारियों कर्मचारियों से लापरवाही हुई या नहीं इसकी जांच कराई गई थी। निगमायुक्त संजय गोयल के आदेश के बाद मंगलवार को जांच समिति ने रिपोर्ट सौंप दी। जांच समिति ने सिविल लाइंस जोन के चार अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की, जिसमें कनिष्ठ अभियंता विपिन, उपायुक्त सतनाम सिंह, सहायक अभियंता केसी रोहिल अधिशासी अभियंता संजय शर्मा शामिल हैं।
रिपोर्ट में साफ कर दिया गया है कि, निगम के स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई है। क्योंकि इमारत न तो जर्जर थी, न किसी प्रकार की इमारत को लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी। उस इमारत में किसी तरह कोई क्रैक प्लास्टर नहीं मिला है। इसी कारण किसी की जिम्मेदारी निर्धारित नहीं हुई है। अनिल कुमार ने आगे कहा कि, निगम आयुक्त को दी गई सब्जी मंडी में बिल्डिंग गिरने की रिपोर्ट में जिन तथ्यों के आधार पर निगम उपायुक्त के साथ 3 इंजीनियरों को क्लीन चिट दी गई है, अधिकारियों को बचाने के लिए रिपोर्ट तैयार की है।
इस रिपोर्ट के जरिए भाजपा अपने भ्रष्ट नेताओं निगम के भ्रष्ट अधिकारियों को बचाना चाहती है।