पणजी: दिशा नाइक क्रैश फायर टेंडर ( सीएफटी ) संचालित करने वाली भारत की पहली प्रमाणित महिला फायर फाइटर बन गई हैं। वो फिलहाल नॉर्थ गोवा में मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (एमआईए) की एयरोड्रम रेस्क्यू एंड फायरफाइटिंग (एआरएफएफ) इकाई में फायर फाइटर के रूप में कार्यरत हैं।
जीएमआर गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (जीजीआईएएल) द्वारा प्रबंधित एमआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह हवाईअड्डा बचाव और अग्निशमन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। हवाई अड्डे की एयरोड्रम रेस्क्यू एंड फायर फाइटिंग (एआरएफएफ) इकाई में एक समर्पित फायर फाइटर नाइक ने यह उपलब्धि हासिल करके लिंग मानदंडों (जेंडर नॉर्म्स) को तोड़ दिया है।
जीजीआईएएल के सीईओ आरवी शेषन ने कहा कि वे अपने कर्मचारियों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, “हम सीखने की एक ऐसी संस्कृति बनाने में विश्वास करते हैं जो हमारे कर्मचारियों को फलने-फूलने में मदद करती है और यह सुनिश्चित करती है कि वे तेजी से बदलते कारोबारी माहौल में आगे रहें।”
शेषन ने कहा कि जीजीआईएएल के कार्यबल में लगभग 20 प्रतिशत महिलाएं हैं और कंपनी लैंगिक विविधता बनाए रखने और समान विकास के अवसर प्रदान करने के लिए समर्पित है। आरवी शेषन ने दिशा नाइक को लेकर कहा कि उन्होंने 2021 में एमआईए में हवाई अड्डा बचाव और अग्निशमन विभाग में एक पद के लिए आवेदन किया। वो जुलाई महीने में आधिकारिक तौर पर विभाग में शामिल हुईं। बता दें कि दिशा ने क्रैश फायर टेंडर का संचालन करने के लिए तमिलनाडु के नामक्कल में छह महीने का कड़ी ट्रेनिंग ली।