डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से सोना पहुंचा ऑलटाइम हाई पर, अभी और महंगा होगा Gold!
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। मजबूत वैश्विक रुझानों और आभूषण व रिटेल विक्रेताओं की बढ़ती खरीदारी ने सोने को 630 रुपये की बढ़त के साथ 82,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी।
लगातार छठे सत्र में तेजी
99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 630 रुपये की बढ़त के साथ 82,330 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। HDFC सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों को लेकर बनी अनिश्चितता निवेशकों को कीमती धातुओं की ओर आकर्षित कर रही है। इससे पहले, 31 अक्टूबर 2024 को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 82,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था, जबकि 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना उसी दिन 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दर्ज हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें जल्द ही 85,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर सकती हैं।
चांदी के दाम भी बढ़े
चांदी के दाम भी तेजी में रहे और बुधवार को 1,000 रुपये की बढ़त के साथ 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए। एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष और शोध विश्लेषक (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि घरेलू बाजार में एमसीएक्स सोना में सीमित बढ़त दर्ज हुई, क्योंकि रुपये की मजबूती ने सोने की तेजी पर अंकुश लगाया।
विशेषज्ञों की राय:
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें जून 2025 तक 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं। निकट भविष्य में, अगर कीमतें 78,500 रुपए तक आती हैं, तो यह निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
वैश्विक बाजार में सोने-चांदी की स्थिति
कॉमेक्स बाजार में सोना वायदा 10.20 डॉलर की बढ़त के साथ 2,769.40 डॉलर प्रति औंस पर दर्ज हुआ। मेहता ने बताया कि कमजोर आर्थिक आंकड़ों, जैसे खुदरा बिक्री में उम्मीद से कम वृद्धि और बेरोजगारी के दावों में कमी ने सोने की तेजी को और बढ़ावा दिया। चांदी कॉमेक्स वायदा भी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 31.58 डॉलर प्रति औंस पर रहा। सोने और चांदी की कीमतों में यह उछाल वैश्विक अनिश्चितताओं, मजबूत निवेश मांग और आर्थिक आंकड़ों में कमी के कारण देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में यह तेजी और बढ़ सकती है।