नए साल पर माता वैष्णो देवी से आई खुशखबरी, भक्तों की भीड़ से गूंजा दरबार…खत्म हुई ये बड़ी परेशानी
नई दिल्ली: नए साल पर माता वैष्णो देवी के दर्शन की योजना बना रहे श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। प्रस्तावित कटरा रोपवे परियोजना के विरोध में चल रहा सात दिनों का प्रदर्शन अब समाप्त हो गया है। यह निर्णय मंगलवार रात जम्मू संभाग के डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार और कटरा संघर्ष समिति के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया।
प्रदर्शन के चलते श्रद्धालुओं को कटरा से भवन तक पहुंचने के लिए घोड़े और पालकी की सुविधा नहीं मिल रही थी, जिससे उनकी यात्रा कठिन हो गई थी। बैठक में यह भी तय हुआ कि फिलहाल रोपवे परियोजना का काम स्थगित रहेगा और इस पर आगे की चर्चा श्राइन बोर्ड, प्रशासन और संघर्ष समिति के बीच होगी।
विरोध प्रदर्शन का कारण और समाधान
पिछले महीने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने रोपवे परियोजना की घोषणा की थी, जो वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर तक पहुंच आसान बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित थी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया, उनका मानना है कि इस परियोजना से उनकी रोजी-रोटी प्रभावित होगी।
-संघर्ष समिति के आंदोलन के चलते पिछले सप्ताह कटरा में सभी व्यावसायिक गतिविधियां ठप थीं।
-मंगलवार को हुई बैठक के बाद 18 प्रदर्शनकारियों को जेल से रिहा कर दिया गया, और आंदोलनकारियों ने अपनी भूख हड़ताल भी समाप्त कर दी।
-रोपवे परियोजना पर किसी भी अंतिम निर्णय तक काम बंद रखने का आश्वासन दिया गया है।
तीर्थयात्रा बहाल
गतिरोध समाप्त होने के साथ ही कटरा से भवन तक जाने वाली घोड़े और पालकी की सुविधाएं फिर से शुरू हो गई हैं। नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचे हैं, और शहर में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।
कटरा रोपवे परियोजना को लेकर उठे इस विवाद ने श्राइन बोर्ड, प्रशासन और स्थानीय समुदाय के बीच संवाद की आवश्यकता को उजागर किया है। आने वाले समय में इस मुद्दे पर संतुलित और समावेशी समाधान की उम्मीद की जा रही है।