खेतों से आ रही अच्छी खबर, गेहूं का रकबा 85 फीसदी से अधिक रहने का अनुमान
नई दिल्ली: देश में इस साल रबी की फसल काफी अच्छी रहने का अनुमान जताया जा रहा है. करनाल में आईसीएआर संस्थान (ICAR) में आयोजित बैठक में डीए एंड एफडब्ल्यू की निगरानी समिति द्वारा फसल की संभावनाओं का आकलन किया गया है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि गेहू के रकबे में 85 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान जताया जा रहा है.
गेहूं की फसल पर निगरानी के लिए कृषि और किसान कल्याण विभाग (DA&FW) द्वारा गठित समिति की एक बैठक में ICAR- भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल में आयोजित हुई है. इस बैठक में आईएमडी (IMD), आईसीएआर (ICAR), राज्य कृषि विश्वविद्यालयों (SAU), प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ डीए एंड एफडब्ल्यू के अधिकारियों ने भाग लिया है. इस बैठक में गेहूं की फसल की स्थिति को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों पर विस्तार से चर्चा की गई है. जिसमें गेहूं के रकबे का 85 प्रतिशत से अधिक का अनुमान जताया गया है.
इस समिति ने कहा है कि, आज सभी प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में गेहूं की फसल की स्थिति सामान्य है. आईसीएआर और एसएयू के गहन प्रयासों के कारण, ऐसा देखने को मिल रहा है. विशेष रूप से उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में 50 फीसदी से अधिक के अनुमानित क्षेत्र में खेती हो रही है. हरियाणा और पंजाब में लगभग 75 फीसदी क्षेत्र इस समय बुवाई योग्य है.
हैदराबाद में स्थित अखिल भारतीय कृषि मौसम विज्ञान अनुसंधान परियोजना के सहयोग से आईएमडी जिला कृषि मौसम विज्ञान इकाइयों (DAMU) के नेटवर्क के जरिये से सप्ताह में दो बार मंगलवार और गुरुवार को किसानों को कृषि सलाह जारी की जा रही है. जो पूरे केवीके का हिस्सा हैं.
वही दूसरी और, सरकार ने अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2023-24 के लिए 341.5 लाख टन गेहूं खरीद का टारगेट बनाया है. इससे पिछले साल यह आंकड़ा 187.9 लाख टन था. खरीद व्यवस्था पर चर्चा के लिए राज्यों के खाद्य सचिवों की बैठक में यह लक्ष्य तय किया है. खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने इस बैठक की अध्यक्षता की है. मंत्रालय के मुताबिक, FY2022-23 (अप्रैल-मार्च) के लिए कुल गेहूं खरीद लक्ष्य में पंजाब 25 लाख टन, हरियाणा 15 लाख टन और मध्य प्रदेश 20 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है.