प्राइमरी शिक्षकों के लिए खुशखबरी, अब इन कामों के लिए सरकार देगी पैसा
लखनऊ: अब सरकारी प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को चार्ट या अन्य शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए अलग से धनराशि दी जाएगी। हर शिक्षक को 300 रुपए दिए जाएंगे। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान ने 14 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। पहली बार सरकार इसके लिए अलग से धनराशि दे रही है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा व समग्र शिक्षा अभियान की राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोविड संक्रमण के कारण लंबे अंतराल के बाद स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई शुरू हुई है। बच्चों की दक्षता पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव के कारण उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने और सभी बच्चों की सीखने-सिखाने में दिलचस्पी बढ़ाने के लिए शिक्षकों को इस तरह की सामग्री का इस्तेमाल करना होगा। अभी तक स्कूलों को दी जाने वाली कम्पोजिट धनराशि से ही टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मैटरीरियल) के लिए पैसा दिया जाता है।
प्राइवेट स्कूल बसों और वैन में बच्चे ठूंसकर भरे तो 10 हजार तक जुर्माना
उधर, प्राइवेट स्कूलों की बसों और वैन में बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर परिवहन विभाग ने सख्ती दिखाना शुरू किया है। नियमों के मुताबिक स्कूल बस और वैन में सीटिंग क्षमता से ज्यादा बच्चे बैठाने पर प्रति बच्चा जहां 200 रुपये जुर्माना लग सकता है। वहीं अधिकतम 10 हजार रुपये तक चालान करने के तहत जुर्माना लग सकता है। अक्सर बस और वैन चालक क्षमता से अधिक बच्चे बैठा लेते हैं।