राम भक्तों के लिए खुशखबरी, 15 मई तक पूरा होगा मंंदिर का काम

अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। इस बीच राम मंदिर निर्माण समिति की एक बैठक हुई, जिसमें निर्माण की प्रगति पर चर्चा की गई। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य 15 मई तक पूरा कर लिया जाएगा।
सप्त ऋषि के सातों मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना
नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी कि राम मंदिर के सप्त ऋषि के सातों मंदिरों की मूर्तियां अब अयोध्या पहुंच चुकी हैं। इन मूर्तियों को अगले दो दिनों में संबंधित मंदिरों में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद परकोटे के छह देवी-देवताओं के मंदिरों में मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। इसके साथ ही राम दरबार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भी शुभ मुहूर्त में की जाएगी। यह कार्य भी मई तक पूरा हो जाएगा।
मंदिर में इतिहास की झलक
मंदिर के निर्माण में एक और खास बात यह है कि मंदिर के पूरब मुख्य प्रवेश द्वार पर 500 वर्षों के मंदिर के इतिहास को प्रदर्शित किया गया है। यह कलाकृति बहुत खास होगी, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर के ऐतिहासिक महत्व का अहसास होगा। इसके अलावा यात्रियों की सुविधा के लिए एक केंद्र बनाया गया है, जहां मंदिर के इतिहास को पीतल की पट्टी पर उकेरकर प्रदर्शित किया गया है।
राम मंदिर में विशेष कलाकृति और सांस्कृतिक सेतु की योजना
राम मंदिर के प्रथम तल के ऊपर एक विशेष कलाकृति स्थापित की जाएगी, जिसमें भगवान राम के शिव पूजन को दर्शाया जाएगा। यह कलाकृति रामेश्वरम से आई है और मूर्तिकार वासुदेव कामथ ने इसे स्वीकृति दी है। इस कलाकृति का उद्देश्य उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक सेतु बनाना है।
यात्रियों की सुविधा और छाया के इंतजाम
श्रद्धालुओं के लिए छाया की व्यवस्था भी की जा रही है। इसके लिए एलएनटी और राजकीय निर्माण निगम की टीम काम कर रही है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मंदिर की लाइटिंग पर भी हो रहा विचार
राम मंदिर के लाइटिंग व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि मंदिर के दृश्य और भी आकर्षक बन सकें। यह पूरी योजना 15 मई तक तैयार हो जाएगी और श्रद्धालुओं को एक भव्य और सुविधाजनक मंदिर परिसर मिल सकेगा।