टेक्नोलॉजी

पूरे यूरोप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कौशल को बढ़ाने पर गूगल खर्च करेगा 25 मिलियन यूरो:

नई दिल्ली ( दस्तक ब्यूरो) : पूरी दुनिया में एआई एक बड़ी सच्चाई बन चुका है। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग न ढूढा जा रहा हो । चाहे इलेक्शन कैंपन या मैनेजमेंट हो , या एकेडमिक गतिविधियां, हेल्थ हो या ट्रांसपोर्ट हर जगह एआई की भूमिका को तलाशा जा रहा है। इसी कड़ी में गूगल ने हाल ही में कन्फर्म किया है कि वह पूरे यूरोप में एआई स्किल्स को मजबूती देने के लिए 25 मिलियन यूरो की राशि खर्च करेगा।

पैसा लगाकर प्रौद्योगिकी के उपयोग को विस्तार देने की यह नई सोच है और ऐसे ही दुनिया भर की कंपनिया एआई में निवेश कर रही हैं तो आने वाले समय में दुनिया एआई के गिरफ्त में हर स्तर पर होगी। कारोबारी दिग्गज आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (AI) और जेनरेटिव AI का महत्त्व लगातार महसूस कर रहे हैं। 2024 के लिए निवेश प्राथमिकताओं पर कैपिजेमिनाई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 90 प्रतिशत भारतीय कारोबारी दिग्गजों ने अगले 12 से 18 महीनों में इन तकनीक में ज्यादा निवेश करने की योजना बनाई है। इसमें, भारत में 58 प्रतिशत कारोबारियों का कहना है कि वे जेनAI को राजस्व और नवाचार बढ़ाने के अवसर के तौर पर जेन AI को देख रहे हैं।

कैपिजेमिनाई ने भारत समेत 15 देशों के 2,000 संगठनों के कारोबारी दिग्गजों और विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे किया, जिनमें वाहन, उपभोक्ता उत्पाद, बैंकिंग और पूंजी बाजार, जीवन विज्ञान, दूरसंचार, मीडिया, हाई-टेक, विनिर्माण और ऊर्जा मुख्य रूप से शामिल हैं।

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