नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने इस साल 18 जुलाई से दूध से बने डिब्बाबंद उत्पाद को जीएसटी के दायरे में शामिल कर दिया। दही लस्सी जैसे उत्पादों पर महज पांच फीसदी जीएसटी लगाया गया, लेकिन कंपनियों ने इनकी कीमतों में 50 फीसदी तक इजाफा कर दिया है।
ब्रिटानिया 80 ग्राम से लेकर 400 ग्राम तक के पैकेट में दही बेचती है। पहले ब्रिटानिया के 80 ग्राम के पैकेट वाली दही की कीमत 10 रुपये थी, लेकिन कंपनी ने गुरुवार से इसे बढ़ाकर 15 रुपये कर दिया है। इससे पहले पिछले महीने ही जीएसटी लागू होते ही बिहार की सुधा कंपनी ने दही, लस्सी और छाछ की कीमतों में बढ़ोतरी 20 फीसदी तक वृद्धि कर दी। सुधा की 10 रुपये वाली दही और लस्सी अब 12 रुपये की हो गई है। आने वाले समय में अन्य कंपनियां भी इनकी कीमतों में इजाफा करने की योजना बना रही हैं।
बता दें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल ने पिछले दिनों अपनी बैठक में डिब्बा या पैकेटबंद और लेबल युक्त (फ्रोजन को छोड़कर) मछली, दही, पनीर, लस्सी, शहद, सूखा मखाना, सूखा सोयाबीन, मटर जैसे उत्पाद, गेहूं और अन्य अनाज तथा मुरमुरे पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया था। कर दर में बदलाव 18 जुलाई से प्रभावित हो गया था।