आज पैगंबर मोहम्मद होते तो कट्टरपंथियों का पागलपन देख दुखी होते -तसलीमा नसरीन
नई दिल्ली : पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) को लेकर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा (Nupru Sharma) के बयान के खिलाफ शुक्रवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन हुआ। शनिवार को भी पश्चिम बंगाल के हावड़ा में उपद्रवियों ने पथराव किया। इसपर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने दुख जताया है।
तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया,”अगर पैगंबर मोहम्मद आज भी जीवित होते तो दुनिया भर के मुस्लिम कट्टरपंथियों का पागलपन देखकर दंग रह जाते। आलोचना से ऊपर कोई नहीं है। कोई भी इंसान, संत, मसीहा, पैगंबर या भगवान भी आलोचना से ऊपर नहीं है। दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए आलोचनात्मक जांच जरूरी है।”
दरअसल, तसलीमा नसरीन अपनी किताब “लज्जा” की बांग्लादेश में कड़ी आलोचना के बाद लगभग तीन दशकों से निर्वासन में रह रही हैं। तसलीमा को कट्टरपंथी संगठनों द्वारा हत्या की धमकी दी गयी थी, जिसके बाद 1994 में उन्होंने बांग्लादेश छोड़ दिया था। उन पर इस्लाम विरोधी विचारों को फैलाने का आरोप लगाया गया था। तसलीमा के पास स्वीडिश नागरिकता है। वह पिछले दो दशक से अमेरिका और यूरोप में रह रहीं हैं। वह ज्यादातर भारत में शॉर्ट रेजिडेंसी परमिट पर रही हैं और लंबे समय से स्थायी रूप से भारत में रहने की इच्छा व्यक्त कर रही हैं।