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नेगेटिव पब्लिसिटी से HAL परेशान, ‘ध्रुव’ है ग्राउंडेड; अब लिया ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली : सरकारी एविएशन कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) निगेटिव पब्लिसिटी से परेशान हो गई है. HAL ने बिना किसी मीडिया का नाम लिए कहा कि बिना पक्ष जाने झूठी सच्ची रिपोर्ट लिखना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. शुक्रवार (10 अप्रैल) को बयान जारी कर HAL ने कहा कि मीडिया के सभी रूपों, ऑनलाइन, प्रिंट, वेबसाइटों, ब्लॉगों, सोशल और डिजिटल मीडिया प्लेटफार्मों आदि की तरफ खास ध्यान खींचना चाहते हैं. महारत्न का तमगा पाने वाली एचएएल के मुताबिक, इसी साल जनवरी के महीने में भारतीय तट रक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड) की ओर से संचालित एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) एक दुर्घटना का शिकार हो गया था. ऐसे में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद से, एचएएल पर दुर्भावनापूर्ण इरादों के साथ अटकलें, स्टोरी और रिपोर्ट लिखी और प्रकाशित की जा रही हैं.

HAL ही एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर का निर्माण करता है. इन हेलीकॉप्टर को थलसेना, वायुसेना और नौसेना के साथ-साथ कोस्टगार्ड भी इस्तेमाल करती है. 5 जनवरी को गुजरात के पोरबंदर नेवल एयर बेस पर कोस्टगार्ड का एक एएलएच-ध्रुव हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस दुर्घटना में दोनों पायलट समेत एक क्रू मेंबर की जान चली गई थी. इस दुर्घटना के बाद से सेना के तीनों अंगों के साथ-साथ कोस्टगार्ड की भी पूरी फ्लीट को ग्राउंडेड कर दिया गया था. उसके बाद से कोई भी एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर फ्लाई नहीं कर रहा है.

एचएएल के मुताबिक, ये रिपोर्ट तथाकथित रक्षा विश्लेषकों, पूर्व पायलटों, पूर्व मिलिट्री ऑफिसर्स और ‘आर्म-चेयर’ आलोचकों की ओर से लिखी गई हैं. ये कहानियां एचएएल के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किए बिना लिखी गई हैं और तर्क एकतरफा और पक्षपातपूर्ण हैं. एचएएल का आरोप है कि इन रिपोर्ट में अशुद्धियां और पुराने मुद्दों के संदर्भ हैं जिन्हें एचएएल ने अपने ग्राहकों के साथ विश्वास में लेकर हल कर लिया है.

बयान में कहा गया है कि एचएएल, रक्षा मुद्दों और उत्पादों की संवेदनशील प्रकृति के कारण इन सभी रिपोर्टों पर एक-एक करके प्रतिक्रिया या टिप्पणी नहीं कर सकता है. एचएएल इस बात पर जोर देना चाहता है कि वह भारतीय वायु सेना सहित अपने सभी ग्राहकों के साथ काम कर रहा है और रक्षा एयरोनॉटिक्स और जटिल उड़ान प्लेटफार्मों में निहित महत्वपूर्ण मुद्दों को संभालने में आश्वस्त है.

बयान के मुताबिक, ये रिपोर्ट एचएएल के हितधारकों के हितों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इसलिए यह बयान अवांछित और अटकलबाजी वाली रिपोर्ट्स से प्रभावित होने से बचाने के लिए दायर किया जा रहा है.

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