हरदीप पुरी, वी.के. सिंह और रिजिजू भारतीय लोगों की निकासी के लिए यूरोप रवाना
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने मंगलवार को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने की निगरानी के लिए क्रमश: बुडापेस्ट और वारसॉ के लिए उड़ान भरी। पुरी ने ट्विटर पर लिखा, “हम युवा छात्रों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस्तांबुल में ईंधन भरने के बाद इंडिगो 6ई विमान लड़कों और लड़कियों को साथ लेकर बुडापेस्ट के लिए रवाना।”
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बुडापेस्ट के रास्ते निकालने के लिए पुरी इंडिगो एयरलाइंस की एक विशेष उड़ान से रवाना हुए। केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह पोलैंड की सीमा पर फंसे भारतीयों की निकासी के सरकार के प्रयासों को गति देने के लिए वहां जा रहे हैं। पोलैंड में भारतीय राजदूत भी व्यक्तिगत रूप से पोलिश सीमा के पास मौजूद हैं।
जनरल सिंह ने ट्विटर पर कहा, “जहां हैं वहीं रहें, जब तक आपको बताया न जाए, तब तक न हिलें और घबराएं नहीं। आपका देश आपको सुरक्षित निकाल लेगा। जय हिंद।” सिंह ने अपने अन्य ट्वीट संदेश में कहा, “सभी माता-पिता, अभिभावकों और परिवार के सदस्यों को मेरा संदेश। आपके बच्चे जल्द ही वापस आएंगे।” केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने स्लोवाकिया के लिए रवाना होते समय ट्वीट किया, “यूक्रेन में युद्ध के कारण भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे हमारे साथी भारतीयों, विशेषकर छात्रों को निकालने के प्रयासों में शामिल होने के लिए फ्लाइ स्पाइस जेट को धन्यवाद।”
उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में जोड़ा, “पीएम नरेंद्र मोदी जी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रत्येक भारतीय को सुरक्षित घर वापस ले जाएं।” उन्होंने स्लोवाकिया सीमा के रास्ते यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए स्लोवाकिया के लिए एक विशेष उड़ान संचालित करने के लिए स्पाइसजेट को भी धन्यवाद दिया। भारत सरकार ने 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीय नागरिकों की निकासी के लिए चार वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों – हरदीप सिंह पुरी, जनरल वी.के. सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और किरेन रिजिजू को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला लिया था।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा के लिए रवाना हो रहे हैं, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया के लिए, हरदीप सिंह पुरी हंगरी के लिए और जनरल वी.के. सिंह पोलैंड के लिए। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने निकासी प्रयासों पर चर्चा करने के लिए सोमवार को अपने पोलिश समकक्ष से बात की थी, जबकि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को रूस और यूक्रेन के राजदूतों से बात करके भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की मांग दोहराई।
मंगलवार को कीव में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों से कहा कि वे जल्द से जल्द यहां से चले जाएं, क्योंकि यूक्रेन की राजधानी में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। कीव में सोमवार को सप्ताहांत कर्फ्यू हटा लिया गया और भारतीय दूतावास ने सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की आगे की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी। सुविधा के लिए दूतावास के अधिकारी रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे और बड़ी संख्या में छात्र ट्रेनों में चढ़ने में सक्षम थे।
भारतीय अधिकारियों ने कहा कि भीड़भाड़ से बचने और लंबे समय तक प्रतीक्षा करने और सीमा बिंदुओं पर दबाव कम करने के लिए विदेश मंत्रालय की टीमें और दूतावास आसपास के शहरों, विशेष रूप से हंगरी की सीमा के पास उजहोरोड में आश्रय की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं।