चंडीगढ़ : हरियाणा के सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि हरियाणा देश में पहला राज्य है जहां पर सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से पूर्व सैनिकों एवं अर्ध सैनिकों के कल्याण के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई हुई है। राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव आज भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र भानु पंचकूला में संविधान दिवस व वहाँ मनाए गए मिलेट्स डे के अवसर पर बोल रहे थे।
ओमप्रकाश यादव ने देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सबको संविधान के अनुसार चलते हुए आगे बढ़ाना है। यह संविधान ही है जो अलग-अलग धर्मों व जातियों की भारत की करोड़ की आबादी को एक सूत्र में जोड़कर रखता है। संविधान के तहत ही हमारे देश के सभी कानून बनते हैं। यह हम सबके लिए गर्व का दिन है। कोई भी देश बिना संविधान के नहीं चल सकता, संविधान में ही देश के सिद्धांत और उसको चलाने के तौर तरीके होते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के पूर्व सैनिकों एवं अर्ध सैनिकों के कल्याण के लिए सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग का गठन किया और इसके माध्यम से पूर्व सैनिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना के जवानों व केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलांे के जवानों को पहले अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये दी जाती थी जिसे प्रदेश सरकार ने बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया था। इसी प्रकार, आई.ई.डी. बलास्ट के दौरान शहीद होने पर भी 50 लाख रुपये दिए जाते है।
ओम प्रकाश यादव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अक्टूबर, 2014 से अब तक शहीद सैन्य/केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ प्रदेश के हर नागरिक का भी कर्त्तव्य बनता है कि वह देश के वीर सैनिकों, विशेषकर शहीदों के परिवारों और उनके आश्रितों का भरपूर आदर करते हुए उनकी हर प्रकार से सहायता करने के लिए सदैव तत्पर रहे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी दिशा में आगे बढ़ते है आज यहाँ पर मिलेट्स से बने प्रोडक्ट प्रदर्शित किए गए हैं जो यह हम सब के लिए खुशी की बात है हम सबको मोटे अनाजों का भरपूर उपयोग करना चाहिए। इस अवसर पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र भानु पंचकूला के महानिरीक्षक ए.पी.एस. निम्बाडिया मौजूद रहे।