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हिसार : हरियाणा की हिसार लोकसभा सीट पर बीजेपी के बाद आईएनएलडी और जेजपी ने भी उम्मीदवार उतार दिए हैं। बीजेपी ने रणजीत चौटाला को हिसार से चुनावी मैदान में उतारा है। जेजेपी और आईएनएलडी ने भी चौटाला परिवार से ही प्रत्याशी उतारकर हिसार की ये जंग दिलचस्प बना दी है। जेजेपी ने अजय चौटाला की पत्नी और दुष्यंत की मां नैना चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। वहीं आईएनएलडी ने देवी लाल के पोते रविंद्र उर्फ रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला को टिकट दिया है। रंजीत चौटाला नैना और सुनैना के चाचा ससुर लगते हैं। ऐसे में हिसार की जंग अब चौटाला परिवार के बीच देखने को मिलेगी। हालांकि अभी कांग्रेस ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारा है।
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सबसे पहले बात करते हैं रणजीत चौटाला की। रणजीत चौटाला अपने राजनीतिक करियर में अब तक 8 चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन उनका जीत का रिकॉर्ड खराब रहा है। वो सिर्फ तीन बार ही जीत हासिल कर पाए और 5 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इन 8 चुनावों में एक राज्यसभा चुनाव भी शामिल है, जो उन्होंने 1990 में लड़ा और इसमें उसे जीत मिली थी। वो एक बार हिसार लोकसभा से ही सांसद के तौर पर भी चुनाव लड़ चुके हैं। मगर उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। अब भाजपा ने उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के लिए हिसार लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। इस बार उनका मुकाबला अपन ही परिवार की दो बहुओं से है।
ससुर और बहुओं की इस जंग में नैना चौटाला को सबसे मजबूत माना जा रहा है। क्योंकि उनका सियासी ट्रैक रिकॉर्ड बहुत मजबूत है। अबतक उन्होंने दो चुनाव लड़े हैं और दोनों में ही उन्होंने जीत हासिल की। नैना चौटाला 2014 में डबवाली से इनेलो की सीट पर चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनी थी। पारिवारिक कलह के बाद नई पार्टी जजपा का गठन हुआ तो नैना चौटाला को डबवाली सीट की बजाए बाढड़ा सीट से चुनाव लड़ाया गया। नैना चौटाला ने कांग्रेस के रणबीर सिंह महेंद्रा को 13704 वोट से हराया। इस चुनाव में भी उनका चाचा ससुर से मुकाबला था। आईएनलडी ने डॉ. केवी सिंह को मैदान में उतारा था। लेकिन नैना ने इस चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी नैना चौटाला ने डबवाली सीट से जीत हासिल की थी। इस चुनाव में उन्हें 68029 वोट मिले थे।
सुनैना चौटाला की बात करें तो ये उनका पहला चुनाव है। सुनैना मूल रूप से हिसार के गांव दौलतपुरखेड़ा की रहने वाली हैं। प्राथमिक शिक्षा रोहतक के एक निजी स्कूल में हुई। बाद में एफसी कॉलेज हिसार में दाखिला करवाया। ग्रेजुएशन करने के बाद एमए (अंग्रेजी) की। वर्ष 1995 में कॉलेज छात्र संघ की प्रधान बनी। अपने पहले लोकसभा चुनाव में नैना चौटाल और ससुर रणजीत चौटाला को टक्कर देंगी।