22 फीसदी कम हुआ HDFC का शुद्ध लाभ, शेयर पर 21 रुपये लाभांश की मंजूरी
नई दिल्ली: 31 मार्च को समाप्त तिमाही में एचडीएफसी ने 2233 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। इस संदर्भ में एचडीएफसी में अपनी रिपोर्ट में बताया कि पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में इस बार कंपनी के मुनाफे में 21.97 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। पिछले साल की समान तिमाही में एचडीएफसी को 2862 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
इन्वेस्टमेंट सेल में भी भारी गिरावट
मालूम हो कि एचडीएफसी बोर्ड ने एक शेयर पर 21 रुपये लाभांश को मंजूरी दी है। लाभांश से इस तिमाही में कमाई केवल दो करोड़ रुपये रही, जो कि पिछले साल 537 करोड़ रुपये था। साथ ही इन्वेस्टमेंट सेल में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि रेवेन्यू में 3.4 फीसदी की ग्रोथ हुई है।
नेट इंटरेस्ट इनकम में 17 फीसदी की वृद्धि
पिछले साल से तुलना करें, तो इस वर्ष नेट इंटरेस्ट इनकम में 17 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। नेट इंटरेस्ट मार्जिन 1.1 पीसदी बढ़कर 3.4 फीसदी हो गया। मार्च मध्य के बाद से कोरोना के चलते बिजनस में कमी आई और नॉन-परफॉर्मिंग लोन में वृद्धि हुई है। एचडीएफसी का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग लोगन 8.908 करोड़ रुपये था जो कि कुल लोन पोर्टफोलियो का 1.99 फीसदी है। हालांकि नेट इंटरेस्ट इनकम तिमाही के दौरान 3564 करोड़ रुपये रही। पिछले साल से यह आंकड़ा 14 फीसदी अधिक है।
चीन के केंद्रीय बैंक ने खरीदे एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर
चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने मार्च की तिमाही में भारत के निजी क्षेत्र के हाउसिंग फाइनेंस लेंडर (आवासीय वित्त ऋणदाता) एचडीएफसी लिमिटेड में एक फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी हासिल की थी। इसके लिए पीबीओसी ने एचडीएफसी के 1.75 करोड़ शेयर खरीदे।
माना जा रहा है कि यह विनिमय जनवरी से मार्च 2020 के बीच हुआ है। विनियामक एक्सचेंज की सूचना के मुताबिक, चीन के बैंक ने 1,74,92,909 करोड़ शेयर खरीदे हैं जिससे उसे 1.01 फीसदी की हिस्सेदारी प्राप्त हुई है।