राष्ट्राध्यक्षों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी
नई दिल्ली: भारत के राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में हो रहे G20 शिखर सम्मेलन का आज दूसरा और आखिरी दिन है। तय शेड्यूल के मुताबिक राष्ट्राध्यक्षों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने सुबह सुबह 8:15 से 9:00 बजे तक राजघाट पर नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों का आगमन और राजघाट में लीडर्स लाउंज के अंदर शांति दीवार पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद राष्ट्राध्यक्षों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और पुष्पांजलि अर्पित की।
भारत में जी 20 शिखर सम्मेलन: दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को पीएम मोदी के मौजूदगी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, अन्य राष्ट्राध्यक्षों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों ने दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा और पुष्पांजलि अर्पित की।
अब आगे का कार्यक्रम
सुबह 10:15 बजे से सुबह 10:30 बजे तक: भारत मंडपम के साउथ प्लाजा में वृक्षारोपण समारोह।
सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक: G20 शिखर सम्मेलन के तीसरे सत्र ‘वन फ्यूचर’ का आयोजन होगा, जिसके बाद G-20 नई दिल्ली घोषणा पत्र को अपनाया जाएगा।
इसके बाद शिखर सम्मेलन का समापन समारोह होगा।
राजघाट पर PM मोदी ने जी20 नेताओं की अगवानी की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार सुबह राजघाट पर जी20 नेताओं की अगवानी की। जहां वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए। राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के कारण राजघाट पर जलजमाव के बीच जी20 नेताओं ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग सबसे पहले राजघाट पहुंचने वाले नेताओं में शामिल थे।
मोदी ने जी20 नेताओं को ‘अंगवस्त्रम’ पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान, पृष्ठभूमि में ‘साबरमती आश्रम’ का चित्र दिखाई दिया, जो 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का निवास स्थान था और जिसने स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केंद्रों में से एक के रूप में काम किया। प्रधानमंत्री जी20 नेताओं को साबरमती आश्रम के महत्व के बारे में समझाते नजर आए। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद जी20 नेता ‘लीडर्स लाउंज’ में ‘शांति दीवार’ पर हस्ताक्षर भी करेंगे।