जब मीठे में कुछ खाने का मन करे तो चॉकलेट खाकर ही खुश हो जाए। क्योंकि चॉकलेट तो सभी को पसंद होती है। किसी को आपके लिए खास होने का एहसास दिलाने के लिए हम अक्सर चॉकलेट गिफ्ट करने का तरीका अपनाते हैं।
चॉकलेट है ही ऐसी चीज की किसी भी उम्र में इसे न नहीं कहा जा सकता। कोको से बनाया जानेवाला चॉकलेट देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। जब मीठे में कुछ न मिले तो हम चॉकलेट खाकर ही खुश हो जाते हैं। अपने गुणों और स्वाद के आधार पर चॉकलेट मार्केट में विभिन्न वैरायटी में उपलब्ध है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डार्क चॉकलेट के वेटलॉस करने समेत कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं।
क्या आप जानते है चॉकलेट में मौजूद कुछ फ़्लेवनोल्स की बदौलत, ब्लड शुगर और फैट को कम करने में मददगार होने की बात पता चली है। ‘फ़्लेवनोल्स’ दरअसल प्लांट बेस्ड न्यूट्रीएंट्स हैं और मिल्क चॉकलेट के मुकाबले डार्क चॉकलेट में ज्यादा पाए जाते हैं। हालांकि, किसी भी चीज की अति वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है, इसलिए खाई जाने वाली मात्रा पर ध्यान देना जरूरी है।
तनाव कम करने मे भी है कारगर
हर दिन थोड़ी मात्रा में चॉकलेट खाने से आपको तनाव से आराम मिल सकता है। तनाव वजन को बढ़ाता है क्योंकि यह आपके कोर्टिसोल लेवल को ऊपर अचानक बदलाव कर, भूख बढ़ाने और शारीरिक ज़रूरतों के बजाय भावनाओं के आधार पर खाने के लिए प्रोत्साहित करने का कारण बनता है। नतीजतन आप ओवरईटिंग का शिकार हो जाते हैं। अगर आप अपने स्ट्रैस लेवल को मैनेज कर सकते हैं, तो आप अपने खाने की मात्रा को भी कंट्रोल कर सकते हैं। डार्क चॉकलेट खाने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन का लेवल बढ़ता है, जो तनाव और चिंता की भावनाओं को कम करने और आपके मूड को बेहतर बनाने में मददगार है।