स्वास्थ्य

Health Tips: सांसों की बदबू से बचना है तो पानी और चाय पीजिए

bad11476853797_bigकुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी सांसों में बदबू की समस्या होती है और उन्हें इसी के चलते कई सार्वजनिक जगहों और दोस्तों-यारों के सामने भी नीचा देखना पड़ता है। लेकिन शायद आप न जानते हों कि सांसों की बदबू से बचने के लिए आपको महंगे माउथवॉश जैसे प्रोडक्ट्स की नहीं बल्कि शरीर में पानी की कमी न हो इसका ख्याल रखना होगा। इसके आलावा विटामिन सी से भरपूर चीज़ों को खाने से भी इस समस्या से आपको निजात मिल सकती है। बता दें कि मुंह की बदबू कई बीमारियों की निशानी भी हो सकती है।

सबसे पहले जानिए कि मुंह की बदबू से बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं…

1. पानी: 
सबसे पहले तो शरीर में पानी की कमी न होने दें जब भी ऐसा लगे कि पानी की कमी हो रही है तो लिक्विड ज्यादा मात्रा में लेना शुरू कर दें। इसके आलावा मुंह में थोड़ा पानी लेकर हल्के-हल्के कुल्ला करें और फिर पानी को थूक दें। असल में शरीर में जल का स्तर का संतुलन ही सिर्फ सांसों की ताजगी को बनाए रखा जा सकता है। जब हमारे शरीर में जल का स्तर कम हो जाता है तो मुंह में लार का बनना कम हो जाता है। लार बनने से मुंह में पनपने वाले जीवाणु साफ होते रहते हैं, जिससे सांसों में बदबू नहीं पनपती। इसलिए पानी खूब पीयें। 

2. विटामिन सी : 

संतरा या निंबू प्रजाति के अन्य मीठे फल, निंबू तथा सभी खट्टे रस वाले फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाई जाती है, तथा ये फल सांसों की बदबू दूर करने में बहुत मददगार होते हैं। विटामिन सी को जीवाणुओं से लड़ने वाले पदार्थ के रूप में जाना जाता है।

3. सेब : 

जब हम सेब को काटकर खाते हैं, तो हमारे मुंह में लार का स्राव तेजी से होता है। इससे हमारे मुंह की एक तरह से सफाई हो जाती है और सारे जिवाणु निकल जाते हैं। इसके बाद हमारी सांसों में बदबू पैदा नहीं होता।

4. दालचीनी की चाय: 

दालचीनी हमारे रसोई में मिलने वाला बेहद सामान्य मसाला है। खड़े गरम मसालों में शुमार दालचीनी की चाय पीने से मुंह से आने वाली बदबू से काफी हद तक छुटकारा पया जा सकता है।

मसूड़े का रोग
सांसों से आने वाली बदबू और मुंह का स्वाद खराब रहना मसूड़े के रोग पेरिडोंटल के लक्षण हो भी हो सकते हैं। यह बीमारी बैक्टीरिया से निकलने वाले प्लेक (विशेष प्रकार के चिपचिपे तत्व) से होती है जिसमें मसूड़े इतने कमजोर हो जाते हैं कि ये दांतों को सपोर्ट नहीं दे पाते और दांत गिरने लगते हैं।

मुंह में इन्फेक्शन
ठीक ढंग से रोज ब्रश न करने और दांतों की सफाई न रखने से भी सांसों की बदबू परेशान करती है। मुंह में रह गए भोजन के कण और बैक्टीरिया कई बार इन्फेक्शन पैदा कर देते हैं जिससे भी सांसों से बदबू आती है। 

मुंह का कैंसर
बहुत अधिक तंबाकू खाने वाले लोगों में जब पेरिडोंटल बीमारी ओरल कैंसर में तब्दील होने लगती है तो भी सांसों से तेज बदबू आती है। 

फेफड़े, लिवर और किडनी से संबंध
कई बार सांसों की बदबू सिर्फ मुंह तक ही नहीं बल्कि कई गंभीर रोगों का भी लक्षण हो सकती है। रेस्पिरेट्री ट्रैक में इन्फेक्शन, क्रोनिक साइनसाइटिस, ब्रोंकाइटिस, डायबिटीज, निमोनिया, लिवर और किडनी में इन्फेक्शन के कारण भी सांसों से दुर्गंध आ सकती है। 

ड्राइ माउथ
कई बार मुंह में लार बननी कम हो जाती है जिसकी वजह से जेरोस्टोमिया यानी ड्राइ माउथ नामक रोग हो सकता है। अक्सर इस बीमारी में भी सांसों से बदबू की समस्या हो जाती है।     

Related Articles

Back to top button