यह वहीं मौसम है जब कोई बी कीटाणु और वायरस आपके शरीर पर जल्द ही हाबी हो जाता है। इस मौंसम में लोग कई घातक बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। आजकल बाजार में कई सारे स्ट्रीट फूड उपलब्ध हैं। ऐसा ही एक स्ट्रीट फूड है जो गर्मागरम होने के कारण आजकल काफी खाया जाता है। आम तौर पर लोगों को लगता है कि मोमोज एक बहुत ही सेहतमंद फूड है लेकिन उनका ऐसा मानना काफी खतरनाक हो जाता है। मोमोज में इस्तेमाल किए जाने वाले मैदा को सफेद करने के लिए कई सारे रासयनिक पदार्थो का इस्तेमाल किया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। साथ ही इनके साथ मिलने वाली लाल और हरे रंग की चटनी भी अपना खतरनाक असर दिखाती है। उबालने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला पानी भी साफ नहीं होता जिस कारण से मोमोज का सेवन करना हर तरह से खतरनाक है।
मोमोज खाने में इस्तेमाल होने वाला मैदा की तरह से हमारे स्वास्थ्य को निकसान पहुंचाता है। अगर साइंस की बात करे तो वह इसको सफेद जहर के नाम से जानते हैं। क्योंकि मैदा तुरंत ही शरीर के अंदर मौजूद आंतों में चिपक जाता है जो हमारे शरीर के लिए काफी नुकसारदायक होता है। इस मोमोज से बैक्टीरिया पैदा होता है। सात ही मोमोज में इस्तेमाल होने वाली कराब तरह की सब्जियां भी हमारे शरीर पर काफी बुरा असर करती है। इसके रोज या ज्यादा सेवन से आपके दिमान पर भी इसका बुरा लर पड़ता है। आज 70 फीयद तक डिप्रेशन के मामले इस ही मोमोज के कारण ही हैं।
जब मैदा बनाया जाता है तो इसमें से प्रोटीन निकल जाता है और यह एसिडिक बन जाता है। जोकि हड्डियों से कैल्शियम को अवशोषित कर लेता है, जो हड्डी को कमजोर कर देते हैं। मैदे में ग्लूतटन होता है जो कि फूड एलर्जी को पैदा करता है। ग्लूकटन खाने को लचीला बनाकर मुलायम टेक्स चर देता है। मैदा खाने से बॉडी में शुगर लेवल बढ़ जाता है। क्योंककि इसमें हाई ग्लालइसेमिक इंडेक्सल होता है। ब्लाड शुगर बढ़ने से खून में ग्लूहकोज जमने लगता है, इससे बॉडी में केमिकल रिएक्श न होता है, जिससे गठिया और ह्रदय संबंधी बीमारियां होने लगती है। मैदे से बने मोमोज में फाइबर नही होता है, इसके अत्यतधिक सेवन से पेट में कब्ज की समस्या् होने लगती है। इससे सिर में दर्द और मिचली जैसी भी प्रॉब्लइम हो सकती है। जो लोग नियमित रूप से मैदे से बने मोमोज या अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है।