कलौंजी के तेल को भी हम काम में ले सकते हैं। काला बीज डायबिटीज रोगियों में ब्लड प्रेशर के स्तर को ठीक रखने में मदद करता है। खास तौर पर इसका तेल डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। काले बीज या कलौंजी में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट होते हैं जो डायबिटीज के रोगियों के स्वास्थ्य पर हर तरह से पॉजिटिव असर डालते हैं।
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना
एक रिसर्च में पता लगा है कि काले बीज या कलौंजी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मददगार हैं। स्टडी के मुताबिक, अगर कलौंजी या कलौंजी के तेल को डाइट में शामिल किया जाए तो ये डायबिटीज पर कंट्रोल कर सकता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करना
डायबिटीज रोग से हार्ट पर खतरा बढ़ जाता है। ये काले बीज एसिड से भरे होते हैं। ये डायबिटीज के हाई डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन (HDL) यानि अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल यानि लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन (LDL) के लेवल को बढ़ाता है। काले बीजों में कोई कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। स्टडी के मुताबिक, अपने डेली डाइट में कलौंजी को शामिल करने से खून में एलडीएल LDL और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल में कमी आ सकती है।
सूजन से लड़ने में मदद
हाइपरग्लाइकेमिया या बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल शरीर में सूजन का कारण होता है इसलिए डायबिटीज से पीड़ित लोगों में सूजन की मात्रा ज्यादा होती है। स्टडी से पता चला है कि अपनी रोज की डाइट में कलौंजी तेल या कलौंजी को शामिल करने से शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम किया जा सकता हैं।