अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर भारत में प्रवेश करने जा रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इन सिस्टमों के कारण हवाओं के साथ आ रही नमी के चलते मंगलवार से मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक भारी बारिश (Heavy Rain) की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की वजह से 1 दिसंबर से 2 दिसंबर की रात तक गुजरात, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
आईएमडी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक डिप्रेशन के कारण दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है। जेनामणि ने कहा कि दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी बारिश होने की पूरी संभावना है। कुल मिलाकर आने वाले कुछ दिनों में मौसम में कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश
मौसम विभाग की माने तो 1-2 दिसंबर को गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। 1 दिसंबर के लिए आणंद, भरूच, नवसारी, वलसाड, अमरेली और भावनगर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और 2 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ मछुआरों के लिए भी 5 दिन की चेतावनी जारी की गई है। IMD ने तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। केरल और माहे में भी इस दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के साथ-साथ भारी बारिश हो सकती है।
मध्य भारत में बारिश होने की संभावना
इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 नवंबर की रात से पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तर-पश्चिम तथा इससे सटे मध्य भारत में बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने एक बयान में कहा कि 30 नवंबर से दो दिसंबर तक गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण राजस्थान के आसपास के इलाकों में व्यापक बारिश या गरज के साथ बौछार पड़ने की संभावना है।