यहां दिखा सात जन्मों का साथ…पत्नी की मौत के पति ने तोड़ा दम, आधे घंटे में दोनों की मौत

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के गोसाईगंज क्षेत्र में एक ऐसी मार्मिक घटना हुई जिसने पूरे इलाके को झकझोर दिया। यहां एक बुजुर्ग दंपती ने मानो “सात जन्मों का साथ” सच कर दिखाया — पहले पत्नी की मौत हुई, और सिर्फ 30 मिनट बाद पति ने भी प्राण त्याग दिए। यह घटना 28 अक्टूबर 2025 की रात की है, और अब यह खबर पूरे जिले और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला
घटना नगर पंचायत गोसाईगंज के वार्ड नंबर 4 की है। यहां के रहने वाले शिव प्रसाद (70 वर्ष) और उनकी पत्नी सुशीला देवी (65 वर्ष) पिछले कई वर्षों से साथ रह रहे थे। सुशीला देवी लंबे समय से ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही थीं और उनका इलाज लगातार चल रहा था। बीमारी के बावजूद, शिव प्रसाद दिन-रात उनकी सेवा में लगे रहते थे।
मंगलवार की रात करीब 8 बजे सुशीला देवी की तबीयत अचानक बिगड़ी और उन्होंने घर पर ही अंतिम सांस ली। परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पत्नी की मौत की खबर सुनते ही शिव प्रसाद टूट गए। परिवार के सदस्यों के अनुसार, उन्होंने कहा,“अब मेरे जीने का कोई मतलब नहीं रहा, मैं उसके बिना नहीं रह सकता।” इसके लगभग 30 मिनट बाद, यानी करीब 8 बजकर 30 मिनट पर, शिव प्रसाद को भी सीने में तेज दर्द हुआ और उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
गांव में पसरा सन्नाटा
एक ही घर में कुछ ही मिनटों के अंतराल पर दो मौतें होने से पूरा वार्ड और गांव शोक में डूब गया। पड़ोसियों के मुताबिक, दोनों पति-पत्नी हमेशा साथ रहते थे और एक-दूसरे की परछाई की तरह थे। लोग कह रहे हैं कि यह “सच्चे प्रेम और जीवनभर के साथ” का अद्भुत उदाहरण है। स्थानीय निवासी रामनाथ गुप्ता ने बताया,“जब हमने सुना कि अंटी जी नहीं रहीं, तो पूरा गांव दुखी था, लेकिन जब आधे घंटे बाद उनके पति भी चल बसे, तो सबके रोंगटे खड़े हो गए। यह पहली बार देखा कि किसी ने सच में साथ जीने-मरने का वादा निभाया।”
परिवार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष गोसाईगंज ने बताया कि दोनों की मौत स्वाभाविक है और परिवार की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अगले दिन सुबह दोनों के शवों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया।
बेटे महेंद्र (जो सब्जी विक्रेता हैं) ने नम आंखों से कहा,“मां की मौत के बाद पिताजी बेकाबू हो गए थे। वे हमेशा कहते थे कि अगर तुम्हारी मां चली गई, तो मैं भी उसके पीछे चला जाऊंगा और उन्होंने सच में ऐसा ही किया।”
 
 



