भीषण हमले के बाद जंग से पीछे हटे हिज्बुल्लाह और इजरायल, जानिए क्या है वजह
तेल अवीव : इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच रविवार को हुए भीषण हमले के बाद दोनों जंग के पीछे हट गए हैं. रविवार की रात ही हिज्बुल्लाह चीफ शेख हसन नसरल्लाह ने ऐलान कर दिया था कि अब उनकी तरफ से कोई हमला नहीं किया जाएगा. इसके बाद सोमवार से इजरायल ने भी उस पर अटैक बंद कर दिया है. बताया जा रहा है कि कतर में अमेरिका के पहल पर सीजफायर पर बातचीत चल रही है. यही वजह है कि दोनों उसे प्रभावित नहीं होने देना चाह रहे हैं. हालांकि, दोनों ही तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है. दोनों के ही अपने-अपने दावे हैं. हिज्बुल्लाह चीफ ने कहा कि उन्होंने सैकड़ो रॉकेटों और ड्रोनों से बौछार कर एक इजरायली सैन्य सेंटर को निशाना बनाया है. उन्होंने इजरायल के दावों का भी खंडन किया है.
हिजबुल्लाह के मुताबिक, इजरायल के हमलों से उनका कोई नुकसान नहीं हुआ है. ये हमला पिछले महीने बेरूत में उनके शीर्ष कमांडर फौद शुकुर का बदला लेने के लिए था. वहीं इज़रायली सेना ने अलग ही दावा किया है. आईडीएफ चीफ हगारी ने कहा कि रविवार को हिज्बुल्लाह, इजरायल के किसी भी सैन्य अड्डों को निशाना बनाने में कामयाब नहीं रहा है. उसके सारे रॉकेट को हवा में मार गिराया गया.
उन्होंने ये भी दावा किया है कि इजरायली हमले में हिज्बुल्लाह के 6 आतंकी मारे गए हैं, जिसमें हिजबुल्लाह ने तीन की जानकारी दी है. वहीं अमेरिका की इस पूरे मामले पर नजर बनी हुई है. उसने इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच तनाव को खत्म करने की बात कही है. हालांकि इस बीच इजरायल और हिज्बुल्लाह दोनों की तरफ से संकेत मिले हैं कि वो युद्ध को और ज्यादा नहीं भड़काएंगे.
इजरायल के जोरदार हमले के बाद ही हिज्बुल्लाह ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं. हिज्बुल्लाह नेता शेख हसन नसरल्लाह ने रविवार को टेलीविज़न पर अपने संबोधन में कहा कि उनकी तरफ से इजरायल पर हमला नहीं होगा. उनका कहना है कि कतर में गाजा में चल रहे जंग के सीजफायर पर बात चल रही है. ऐसे में वो उसे बाधित नहीं करना चाहता, इसलिए अभी इजरायल पर हमले नहीं करेगा.
रविवार को हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर ड्रोन से एक साथ 320 हमले किए और 11 मिलिट्री ठिकानों को टारगेट किया. इसके जवाब में इजरायल ने भी लेबनान में 100 से ज्यादा ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दिया. इसके बाद तेल अवीव में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था, “जो हुआ वो कहानी का अंत नहीं है. हिज्बुल्लाह ने रॉकेट और ड्रोन से इजराइल पर हमला करने की कोशिश की है.”
नेतन्याहू ने आगे कहा था, ”हमने आईडीएफ को खतरे को दूर करने के लिए जरूरी ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया है. हमारी सेना ने सैकड़ों रॉकेटों को हवा में ही नष्ट कर दिया है, जो हमारे नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमले के लिए डिज़ाइन किए गए थे. हम हिज्बुल्लाह पर विनाशकारी प्रहार कर रहे हैं. तीन सप्ताह पहले, हमने इसके चीफ-ऑफ-स्टाफ़ को खत्म कर दिया था. आज हमले को विफल कर दिया.”
बताते चलें कि चार दिन पहले भी इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के 10 ठिकानों को निशाना बनाया था. इसमें एक बच्चे समेत 8 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इजरायली सेना ने इस हमले में हिजबुल्लाह की ड्रोन और रॉकेट यूनिट के एक संचालक मोहम्मद महमूद नजेम को मारने का दावा किया. हिज्बुल्लाह ने भी नजेम की मौत की पुष्टि कर दी थी.