बैडमिंटन के साथ पढ़ाई में भी जलवा, देवीना ने 12वीं में 98.25 प्रतिशत अंक हासिल कर लखनऊ का बढ़ाया मान
लखनऊ। अतीत में अक्सर ये सुनते को मिलता था कि खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब। बड़े हमेशा कहते हुए नजर आते हैं कि ज्यादा खेलों नहीं बल्कि अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो लेकिन मौजूदा समय में इस कवाहत को बच्चे गलत साबित करते नजर आ रहे हैं। खेलों की दुनिया में जीत का डंका बजाने वाले ये खिलाड़ी पढ़ाई में अपनी धमक से अपने मां-बाप का नाम रौशन करते नजर आ रहे हैं। इस कड़ी में देवीना सिंह भी ऐसा ही नाम है जो बैडमिंटन की दुनिया में अपना अलग मुकाम बना चुकी है और पढ़ाई-लिखाई के मामले में भी अव्वल है।
नेशनल बैडमिंटन पदकधारी देवीना सिंह जयपुरिया स्कूल से पढ़ते हुए कक्षा 12वीं में टॉप करते हुए 98.25 प्रतिशत अंक लेकर न सिर्फ स्कूल का बल्कि पूरे लखनऊ का नाम रौशन किया है। देवीना सिंह पढ़ाई के साथ-साथ बैडमिंटन में शानदार प्रदर्शन कर सूबे का मान बढ़ा दिया है।
उन्होंने हाल में ही नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप यूपी के लिए पदक जीता है। उन्होंने आईएससी की 12वीं में टॉप करने का पूरा श्रेय अपने परिवारवालों को दिया है। उन्होंने एक बातचीत में कहा कि बैडमिंटन के साथ -साथ पढ़ाई भी पूरी करना चाहती है। बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण ले रही देवीना ने बताया कि सुबह पांच बजे से बैडमिंटन खेलती है। इस वजह से वह पढ़ाई केवल रात में कर पाती है।
उन्होंने स्कूल और परिवार के स्पोर्ट की वजह से उन्होंने दोनों के लिए बराबर का समय निकाला है। उनके शिक्षकों ने उनको पूरा सहयोग दिया और मेरे माता-पिता और बहन ने थका देने वाले शेड्यूल का सामना करने के लिए मेरा साथ दिया। नेशनल चैम्पियनशिप बैडमिंटन में कांस्य पदक जीतकर मेरे ऊपर और अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि 12वीं की परिक्षा के लिए 4 महीने का ब्रेक लिया और 21 घंटे तक लगातार पढ़ाई करके ये सफलता हासिल किया है। इस दौरान शिक्षकों ने काफी मदद की है। उन्होंने बताया कि बीए अर्थशास्त्र के लिए डीएलआई विश्वविद्यालय, स्टीफेंस या लेडी श्रीराम कॉलेज में आवेदन करने जा रही है लेकिन बैडमिंटन खेलना जारी रखेंगी।