स्पोर्ट्स

हिटमैन रोहित शर्मा ने खुद पर उठे सारे विवाद को अपने ही अंदाज में मैदान से बाहर फेंक दिया

सिडनी टेस्ट : संजीव मिश्र। रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी ऑफ द फील्ड रिटायर नहीं होना चाहते, वे फाइट कर कैसी भी परिस्थितियों से उबरते हुए मैदान में वापसी कर परफॉर्मेंस देने का वादा करते हैं और फिर अपनी मर्जी से संन्यास घोषित करते हैं। मुंबई इंडियंस की कप्तानी जाने के बाद भी रोहित ने जबर्दस्त दबाव के बावजूद क्रिकेट को ही प्रमुखता देते हुए उसे जारी रखा था। उनके लिए मौजूदा हालात भी कुछ उन्हीं दिनों जैसे हैं। भारतीय क्रिकेट के हिटमैन ने तमाम कयासों और चर्चाओं को आगे आकर खुद खत्म कर दिया है। अपनी बात रखने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया को नहीं बल्कि लाइव टेलीकास्ट को माध्यम बनाया। रोहित शर्मा का बेबाक इंटरव्यू आज बार-बार लाइव टेलीकास्ट के दौरान वायरल होता रहा। उनके प्रशंसकों ने इसे खूब सराहा भी। हालांकि सवाल अब भी वहीं खड़ा है कि यदा कदा चमकने वाले सीनियर खिलाड़ियों के लिए बोर्ड या उसके चयनकर्ताओं की प्लानिंग क्या है।

कप्तान ने मौजूदा परिस्थितियों को खुद के लिए चुनौती माना

रोहित शर्मा ने पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन लंच के दौरान उस वैक्यूम को खत्म कर दिया जो पिछले दिनों मेलबर्न टेस्ट की हार के तुरंत बाद से उनको लेकर ड्रेसिंग रूम में बन गया था। रोहित ने उस घने कोहरे को भी छांट दिया जो उनके संन्यास को लेकर उनके ईद गिर्द घिर आया था। रोहित शर्मा ने परिपक्वता दिखा ऑफ फील्ड बीसीसीआई और हेड कोच को डिफेंड किया और उनको ड्रॉप करने को लेकर उठ रहे सवालों को खत्म कर दिया। रोहित ने मौजूदा परिस्थितियों को खुद के लिए चैलेंज मान साफ संकेत दिए कि इससे घबरा कर वह संन्यास की घोषणा कतई नहीं करने जा रहे हैं। यह भी कहा कि कोई मुझे यह नहीं बता सकता कि मुझे क्या करना है। रोहित ने कहा कि मैं सेंसबिल हूं, 2 बच्चों का बाप हूं और मुझे यह भी पता है कि कब क्या फैसला लेना है।

एक बार फिर वापसी करने को लेकर दृढ़ है हिटमैन

हिटमैन रोहित शर्मा स्टार स्पोर्ट्स के साथ इंटरव्यू में बेबाक और आलोचकों का मुंह बंद करते नजर आए। कहा ‘मैं सिर्फ यही मैच नहीं खेल रहा हूं, अभी मैंने रिटायरमेंट नहीं लिया है।’ भारतीय टीम के कप्तान ने एक लाइन में सब कुछ कह दिया। उन्होंने माइक लेकर कमेंट्री बॉक्स में बैठे उन पूर्व दिग्गजों और उन खबर नबीसों की भी खबर ली जो उनके अंतिम टेस्ट खेल चुकने का दावा कर रहे थे। रोहित ने कहा कि ऐसा नहीं है कि अभी रन नहीं बन पा रहे हैं तो पांच या दो महीने बाद भी नहीं बन पाएंगे। कप्तान ने एक बार फिर वापसी करने का मन बना लिया है।

अपनी फॉर्म वापस पाने के लिए हर जतन किया

रोहित ने जब केएल राहुल को वन डाउन भेजकर खुद ओपन पोजीशन पर वापसी का फैसला लिया, तो उसकी काफी आलोचना हुई। हालांकि मेलबर्न टेस्ट से पहले कुछ पूर्व दिग्गज भी उनको फॉर्म में वापसी के लिए अपनी ओपनिंग पोजीशन पर लौटने का सुझाव दे रहे थे। रोहित ने अपनी फॉर्म तलाशने के लिए हर कोशिश की लेकिन जब वे सफल नहीं हुए तो उनके आलोचक ओपनिंग में लौटने के फैसले की भी आलोचना करने से नहीं चूके और उन पर अपना हित देखने का आरोप लगाया। लेकिन सिडनी टेस्ट में जब उन्होंने खुद को आराम दिया तो उनको टीम से निकाले जाने और उनका कॅरिअर खत्म होने की बात करने लगे। रोहित इन सब बातों से काफी आहत दिखे।

‘कोई क्या बोलता या लिखता है इसका फर्क नहीं पड़ता’

रोहित शर्मा ने कहा कि वे जानते थे हमारे खिलाड़ियों से रन नहीं बन पा रहे हैं और यह टेस्ट काफी अहम है। टीम ज्यादा आउट ऑफ फार्म बल्लेबाजों को कैरी नहीं कर सकती, इसलिए मैंने मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर से अपने मन में जो चल रहा था वह बताया। उन्होंने मेरी भावनाओं को समझा और मेरे इस टेस्ट से अलग रहने के फैसले का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि आपको यह भी समझना चाहिए कि टीम की जरूरत क्या है। हिटमैन ने कहा कि माइक, पेन या लैपटॉप लेकर बैठने वाला कोई भी व्यक्ति क्या लिखता या बोलता है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि वे यह फैसला नहीं कर सकते कि हम कब खेलेंगे, कब रिटायर होंगे या कब कप्तानी करेंगे। हर दिन आपके लिए अच्छा नहीं रहता है लेकिन जो पहले किया है वह खराब भी नहीं हो जाता। हां कभी-कभी रिजल्ट नहीं आता है। हमें पता होता है कि 140 करोड़ लोग आपको जज करते हैं।

ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल देगा रोहित का बयान

रोहित ने कहा कि हम पहले आस्ट्रेलिया से जीतकर गये हैं। इस सीरीज में अब जीत तो नहीं सकते लेकिन कम से कम अंतिम टेस्ट जीतकर सीरीज को ड्रॉ तो करवा ही सकते हैं। मैंने मेलबर्न टेस्ट के बाद इस टेस्ट से हटने का फैसला नहीं लिया था, बल्कि सिडनी आने के बाद यह फैसला लिया, क्योंकि दो दिन में एक दिन न्यू ईयर का था और ऐसे में मैं कोई बात नहीं करना चाहता था। रोहित शर्मा के इस इंटरव्यू से एक बात तो साफ हो गई कि वे अभी रिटायरमेंट लेने नहीं जा रहे हैं, जिसकी अटकलें लगाई जा रही थीं। संभव है कि इंटरव्यू से पहले रोहित की बीसीसीआई और चीफ सलेक्टर के साथ लम्बी बातचीत हुई हो। लेकिन उनका यह इंटरव्यू गौतम गंभीर के लिए ड्रेसिंग रूम का माहौल नियंत्रण में रखने में काफी मददगार साबित होगा, क्योंकि टीम इंडिया की खराब स्थिति के बावजूद अभी भी इस टेस्ट मैच में कुछ खेल बाकी है। टीम को अन्य बातों की बजाय अपना फोकस पहली पारी में 4 रनों की मामूली लीड के बावजूद इस टेस्ट को जीत सीरीज बराबरी पर छुड़ाने पर रखना है। रोहित की बातें सुनने में तो अच्छी लगती हैं लेकिन यह भी संभव नहीं कि आप जैसा सोचते हों आपका बोर्ड भी आपके लिए वही सोच रखता हो। 38 साल के रोहित के लिए फाॅर्म के साथ टीम में वापसी करना बहुत आसान भी नहीं होगा। खासकर जब करुण नायर जैसे बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट में शतक पर शतक जड़ने के बावजूद 8 साल से टेस्ट टीम में वापसी न कर पा रहे हों।

Related Articles

Back to top button