स्पोर्ट्स डेस्क : लखनऊ हॉकी हॉस्टल में ट्रेनिंग ले चुकी हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया ने टोक्यो ओलंपिक में भारत दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मैच में इतिहास रचा. वंदना ने भारत की ओर से तीन गोल दागे. वंदना ने खेल के चौथे मिनट में गोल करके दक्षिण अफ्रीका पर बढ़त ली.
दूसरा गोल भी वंदना कटारिया ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 2-1 से बढ़त दिलाई.दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे क्वार्टर के अंतिम कुछ सेकंड में भारत के खिलाफ हाफ-टाइम में 2-2 से बराबरी की. भारत ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर तीसरे क्वार्टर की शुरुआत की.
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से ग्लासबी ने पहला, हंटर ने दूसरा और मारैस ने तीसरा गोल किया. भारत की तरफ से चौथा गोल फिर से वंदना कटारिया ने किया. 15 अप्रैल 1992 को पैदा हुई वंदना कटारिया भारतीय फील्ड हॉकी प्लेयर हैं जो भारतीय राष्ट्रीय टीम में फारवर्ड के रूप में खेलती हैं. वंदना 2013 में सुर्खियों में आईं जब महिला हॉकी जूनियर विश्व कप में भारत की शीर्ष गोल करने वाली प्लेयर बनी.
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यहाँ भारत ने कांस्य पदक जीता. वंदना ने इस टूर्नामेंट में पांच गोल किए और वो अब तक 200 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैचों में सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुकी हैं,. वो उस भारतीय टीम का हिस्सा थीं जिसने 2014 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था. 2016 के रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने अर्जेंटीना की लुसियाना आयमार को अपने पसंदीदा प्लेयर कहा है.