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गृह मंत्रालय ने आतंकी संगठनों के 7 और सदस्यों को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया

नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में शामिल अलग अलग आतंकी संगठनों के 7 और सदस्यों को यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया है। गृह मंत्रालय ने इसको लेकर अलग अलग अधिसूचना भी जारी की हैं। मंगलवार को अब तक गृह मंत्रालय प्रतिबंधित संगठनों के कुल 10 सदस्यों को आतंकी घोषित कर चुका है।

गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में बताया है, कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की शक्तियों का प्रयोग करते हुए हबीबुल्लाह मालिक, बशीर अहमद पीर, इरशाद अहमद, रफीक नाई, जफर इकबाल, बिलाल अहमद बेग और शेख जमील-उर-रहमान को जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते आतंकी घोषित किया गया है। ये सभी आतंकी लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल-मुजाहिदीन, तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन, हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी और जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट से जुड़े हैं। गृह मंत्रालय ने सभी आतंकियों का पूरा कच्चा चिट्ठा भी दिया है।

हबीबुल्लाह मलिक: हबीबुल्लाह मलिक उर्फ साजिद जट्ट पाकिस्तान लश्कर-ए-तोइबा (एलईटी) / दि रेजिस्टेन्स फ्रंट (टीआरएफ) से संबंधित है। हबीबुल्लाह मलिक उन आतंकवादियों का एक मुख्य हैंडलर है, जिन्होंने भाटा धूरियां, जिला पुंछ में भारतीय सैनिकों पर आक्रमण किया था। हबीबुल्लाह मलिक जम्मू-कश्मीर आधारित आतंकवादियों के लिए जम्मू क्षेत्र में हथियारों और संचार प्रणालियों को ड्रोन के माध्यम से गिराने में सम्मलित रहा है। हबीबुल्लाह मलिक कश्मीर घाटी में बहुत से आतंकवादी हमलों में मास्टर माइंड रहा है।

बशीर अहमद पीर: बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम जम्मू-कश्मीर से संबंध रखता है। इस समय रावलपिंडी, पाकिस्तान में रह रहा है। ये हिज्बुल मुजाहिदीन का लॉचिंग कमांडर है। बशीर अहमद पीर हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराने, विशेषकर कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए तथा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी क्रियाकलापों के लिए अन्य आतंकवादी समूहों के साथ समन्वय करने के लिए उत्तरदायी है।

इरशाद अहमद: इरशाद अहमद उर्फ इद्रीस जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर से संबंध रखता है। इरशाद इस समय इस्लामाबाद पाकिस्तान में रह रहा है और हिज्बुल-मुजाहिदीन का लांचिंग कमांडर है। इरशाद अहमद हिज्बुल मुजाहिदीन का शूरा का भी सदस्य है तथा वह आतंकवादी संगठन के प्रशिक्षण कार्यों का समन्वय करने और उसके लॉचिंग क्रियाकलापों में सम्मिलित रहा है।

रफीक नाई: रफीक नाई उर्फ सुल्तान जिला पुंछ, जम्मू कश्मीर से संबंध रखता है। ये इस समय पाकिस्तान में रह रहा है और तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन/जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स का लांचिंग कमांडर है। रफीक नाई हथियारों की तस्करी तथा जम्मू और कश्मीर में आतंकी कृत्यों को पुनर्जीवित करने हेतु भारतीय क्षेत्र में प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकवादियों की घुसपैठ में भी शामिल है।

जफर इकबाल: जफर इकबाल उर्फ सलीम जिला पुंछ, जम्मू-कश्मीर से संबंध रखता है। ये इस समय पाकिस्तान में रह रहा है।जफर इकबाल हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी/जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स का आपरेशनल कमांडर है। जफर इकबाल स्वापक पदार्थों और हथियारों की तस्करी के अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की फंडिंग और घुसपैठ में भी शामिल है।

बिलाल अहमद बेग: बिलाल अहमद बेग उर्फ बाबर श्रीनगर, जम्मू कश्मीर से संबंध रखता है। ये इस समय लोअर बाजार, रावलपिंडी, पाकिस्तान में रह रहा है और जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट (जेकेआइएफ) का प्रमुख है। बिलाल अहमद बेग जम्मू-कश्मीर में हथियारों और आयुध की तस्करी में सम्मिलित है। बिलाल अहमद बेग का कुख्यात संगठित अपराधी वर्ग से नजदीकी संबंध है तथा वह विदेश से कश्मीर में निधियों के अंतरण के लिए इन चैनलों का प्रयोग करता है।

शेख जमील-उर-रहमान: शेख जमील-उर-रहमान उर्फ शेख साहब जिला पुलवामा, जम्मू-कश्मीर से संबंध रखता है। ये इस समय पाकिस्तान में रह रहा है और तहरीक-उल-मुजाहिद्दीन (टीयूएम) का प्रमुख है। शेख जमील-उर-रहमान पाकिस्तान में बने हुए विस्फोटकों की तस्करी करने तथा पाकिस्तान से भारत में आतंकवादियों के संचलन में भी सम्मिलित है। शेख जमील-उर-रहमान मेंढर पुंछ, जम्मू-कश्मीर में धार्मिक स्थलों पर ग्रेनेड हमले के षडयंत्र में सम्मिलित रहा है।

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