नई दिल्ली : भयानक लैंडस्लाइडिंग (landslide) की चपेट में आए जोशीमठ (Joshimath) में आज से ध्वस्तीकरण (Demolition) की कार्रवाई शुरु की जाएगी। क्योंकि दिन-प्रतिदिन जोशीमठ में असुरक्षित घरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जोशीमठ में अब तक करीब 700 से भी ज्यादा घर चिन्हित किए जा चुके हैं। चिन्हित किए गए इन घरों में से 86 भवनों को पूरी तरह से असुरक्षित घोषित कर लाल निशान लगा दिया गया हैं। जल्द ही इन भवनों को ढहाने की कार्रवाई शुरू होगी।
दरअसल, लैंडस्लाइडिंग की चपेट में आए से जिन चीजों के ध्वस्तीकरण के लिए शासन ने आदेश दिया था मंगलवार को शुरू नहीं किया जा सका था। क्योंकि जैसे ही जिला प्रशासन की टीम लाव-लश्कर के साथ भवन तोड़ने पहुंची तो प्रभावित लोग विरोध में उतर आए। विरोध के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को आज यानी बुधवार तक के लिए टाल दिया गया था। जिसके बाद आज ये करवाई शुरू होनी है।
गौरतलब है कि जोशीमठ में हो रही भयानक लैंडस्लाइडिंग की वजह से शहर को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया था। लैंडस्लाइडिंग की वजह से जोशीमठ में भय का माहौल बना हुआ है। घरों की दीवारों पर दरारें दिखाई दे रही हैं। लोग अपने घरों से बाहर रात गुजरने के लिए मजबूर हैं। आपदाग्रस्त क्षेत्रों के निवासियों के पुनर्वास और क्षेत्र के उपचार के लिए सरकार ने कमर कस ली है।