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सर्दी, जुकाम और कफ से बचने के लिए बच्चों को भाप देना है कितना सुरक्षित

बदलते मौसम में बीमार पड़ना आम बात है। इन दिनों जब मौसम में ठंडक घुल रही है, तो बच्चों से लेकर बड़े तक सभी बीमार पड़ रहे हैं। खासकर बच्चे सर्दी, जुकाम, खांसी, कफ की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में लोग बच्चों को दवा देने के जगह घरेलू उपाय करना बेहतर समझते हैं। जिसमें सर्दी में भाप देना एक असरदार तरीका माना जाता है। लेकिन क्या छोटे बच्चों को भाप देना सही है? आइए हम आपको बताते हैं…

क्या बच्चों को भाप देना है सुरक्षित
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चों को भाप जरूर दिलाई जा सकती है लेकिन विक्स या फिर किसी दवा की भाप देने से बेहतर है कि आप उन्हें साधारण पानी की भाप दें। साधारण पानी की भाप लेने से ब्लॉक हुई नाक खुल जाती है और बच्चे को सांस लेने में तकलीफ नहीं होती है। लेकिन बच्चे को कभी भी 10 से 15 मिनट से ज्यादा भाप नहीं दे, क्योंकि ज्यादा गर्माहट से उन्हें सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है।

बच्चों को भाप दिलाते वक्त बरतें ये सावधानी

  1. अगर आप बच्चे को भाप दिला रहे हैं, तो पानी गर्म करने वाले बर्तन को ठीक तरह से साफ करें, ताकि इसमें बैक्टीरिया न पनप पाए। आप अगर किसी स्टीमर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे भी पहले अच्छी तरह से साफ कर लें।
  2. बच्चे को गर्म पानी के बहुत ज्यादा करीब ना जाने दें, क्योंकि बच्चे उस बर्तन पर हाथ मार सकते है और पानी अपने ऊपर गिरा सकते हैं। जिससे उनकी त्वचा जल सकती है।
  3. बच्चे के साथ जबरदस्ती ना करें। अगर बच्चा भाप लेने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है, तो उसे भाप ना दिलाएं।
  4. कोशिश करें कि बच्चे को बंद स्टीमर में भाप दिलाएं। पैन या कटोरे में भाप दिलवाने से पानी बाहर आ सकता है और बच्चे के ऊपर गिर सकता है।

भाप के फायदे
भाप लेना एक प्रभावी तरीका है जो आपके बच्चे को बंद नाक से तत्काल राहत देने में मदद करता है। भाप लेने से छाती के अंदर के बलगम को पिघलाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह नाक गुहा को मॉइस्चराइज करेगा और बलगम को सूखने से रोकेगा। यह शिशुओं में सर्दी के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है।

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