Omicron से खुद को कैसे रखें सुरक्षित? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
नई दिल्ली। ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते मामलों से कोविड (COVID-19) महामारी की तीसरी लहर का खतरा बढ़ रहा है। इसलिए कोविड के नए वेरियंट (COVID-19 New Variant) ओमिक्रॉन से खुद को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों द्वारा जारी आवश्यक सावधानियों और दिशा-निर्देशों (Guidelines) का पालन जरूर किया जाये। कोविड के नए वेरियंट ओमिक्रॉन से बचाव के लिए भी लोगों को टीकाकरण करवाना होगा। अगर आपने अभी तक टीका नहीं लगवाया है तो अपनी बारी आने पर टीका जरूर लगवायें। इसके साथ ही मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियम को भी फॉलो जरूर करें।
बता दें कि भले ही सबका ध्यान ओमिक्रॉन की ओर हो लेकिन कई शहरों में मौतों की बड़ी वजह डेल्टा वेरियंट बना हुआ है। यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के निदेशक, डॉ फ्रांसिस कॉलिन्स ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि असली खतरा डेल्टा है, जबकि ओमिक्रॉन एक अनिश्चित खतरा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का वेरियंट कौन सा है, इसके बारे में सोचे बिना हमें इस बात को ध्यान में रखना है कि हमें क्या करना है।
कोलिन्स कहते हैं कि इस नए वेरियंट के बारे में पता लगाने में कुछ हफ़्तों का समय और लग सकता है, जिसके तहत ये जानना जरूरी होगा कि क्या ये ज्यादा खतरनाक है या ज्यादा संक्रामक है। ये भी जानना होगा कि क्या ये वेरियंट गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। क्या इम्यूनिटी स्ट्रांग होने से इससे बचाव हो सकता है और अगर हो सकता है तो कितना। वहीं संक्रामक रोग सोसायटी ऑफ अमेरिका से डॉ. जूली वैशम्पायन ने इस बारे में कहा है कि लोगों को अपनी सुरक्षा और भी मजबूत करनी होगी।
उनके अनुसार छुट्टियां मनाने के लिए यात्राएं और एक साथ इकठ्ठा होने से बचना और बूस्टर शॉट लेना जरूरी है. क्योंकि एक्स्ट्रा शॉट वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडी के लिए अच्छी तरह काम करती है। भले ही एंटीबॉडी ओमिक्रॉन के खिलाफ उतने प्रभावी साबित न हों, जितने कि वे अन्य प्रकारों के खिलाफ हैं। शरीर में उनमें से ज्यादा होने से क्षतिपूर्ति हो सकती है. यह डेल्टा के खिलाफ सुरक्षा को बढ़ाने के लिए भी एक बेहतर कदम होगा।
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो मास्क लगाने, भीड़ से बचने और वेंटिलेशन पर काम करने के अलावा, टेस्टिंग भी जरूर करवाते रहें. अगर किसी को भी कोविड से सम्बंधित किसी भी तरह के लक्षण नजर आते हैं. तो उनको इसके लिए टेस्ट जरूर करवाना चाहिए भले ही वो पहले टीकाकरण करवा चुका हो।