अन्तर्राष्ट्रीय

दुबई से पहले भारत में चालू हो सकता है हाइपरलूप, जानें- कैसी है ये सार्वजनिक परिवहन प्रणाली

दुबई। अमीरात की बहुराष्ट्रीय लाजिस्टिक्स कंपनी डीपी व‌र्ल्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुल्तान अहमद बिन सुलेयाम ने रविवार को कहा कि यूएई से पहले भारत या सउदी अरब में हाइपरलूप हकीकत बन सकता है। हाइपरलूप यात्रियों और माल के लिए एक उच्च गति वाली सार्वजनिक परिवहन प्रणाली है।

उन्होंने एक अक्टूबर से शुरू हुए दुबई एक्सपो-2020 के मौके पर कहा कि इस दशक के अंत तक दुनिया के कई हिस्सों में उच्च गति वाली परिवहन प्रणाली एक वास्तविकता बन जाएगी। सुलेयाम ने वर्जिन हाइपरलूप की गति के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘मैं इसे या तो पहले भारत में देखूंगा, या सऊदी अरब में।

हमें उम्मीद है कि जब हम बड़े स्तर को हासिल करेंगे और आपके पास लंबे रूट होंगे, तो ये लोकप्रिय होगा। क्योंकि शायद एक हवाई जहाज की गति के लिए एक ट्रक की कीमत का भुगतान करेंगे। इस प्रणाली को इस समय कई कंपनियां विकसित कर रही हैं, जिसमें वर्जिन हाइपरलूप भी शामिल है, जिसमें दुबई स्थित बंदरगाह परिचालक डीपी व‌र्ल्ड की बहुलांश हिस्सेदारी है।’

कंपनी ने पिछले साल नवंबर में पहली बार हाइपरलूप पाड में मानव यात्रा का परीक्षण किया था। सुलेयाम ने एक्सपो में सीएनएन को एक साक्षात्कार में बताया कि इसे पूरा होने में दशकों नहीं, कुछ साल ही लगेंगे।

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