‘मैं दान की चीज नहीं, आपकी बेटी हूं,’ महिला IAS की शादी में नहीं हुआ कन्यादान
नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर (Narsinghpur, Madhya Pradesh) जिले के जोबा गांव में एक महिला आईएएस (IAS) अफसर तपस्या परिहार और आईएफएस (IFS) अधिकारी गर्वित गंगवार की शादी चर्चा में है। यह शादी इसलिए चर्चा में है क्योंकि उन्होंने कन्यादान कराने से इनकार कर दिया। तपस्या ने अपने पिता से कहा है कि मैं दान की चीज नहीं हूं, आपकी बेटी हूं।
आईएएस अधिकारी तपस्या का कहना है कि बचपन से ही उनके मन में समाज की इस विचारधारा को लेकर लगता था कि कैसे कोई मेरा कन्यादान (Kanya daan) कर सकता है, वो भी मेरी इच्छा के बगैर। यही बात धीरे-धीरे मैंने अपने परिवार से चर्चा की और इस बात को लेकर परिवार के लोग भी मान गए। फिर वर पक्ष को भी इसके लिए राजी किया और बिना कन्यादान दिए शादी हो गई। दो परिवार आपस में मिलकर विवाह करते हैं, तो फिर बड़ा, छोटा या ऊंचा नीचा होना ठीक नहीं। क्यों किसी का दान किया जाए और जब मैं शादी के लिए तैयार हुई तो मैंने भी परिवार के लोगों से चर्चा कर कन्यादान की रस्म को शादी से दूर रखा।
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तपस्या के पिता भी शादी से खुश हैं। उनका मानना है कि इस तरह की रस्मों से लड़की को पिता के घर से या उसकी जायजाद से बेदखल करने की साजिश की तरह देखा जाता है।
तपस्या परिहार साल 2018 बैच की आईएएस अधिकारी है। उनका जन्म मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के जोवा गांव में हुआ है। नरसिंहपुर के केंद्रीय विद्यालय से तपस्या परिहार ने स्कूली पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद पुणे स्थित इंडिया लॉ सोसाइटीज कॉलेज (India Law Societies College, Pune) से उन्होंने कानून की पढ़ाई की। उनके पिता विश्वास परिहार किसान हैं। UPSC की तैयारी उन्होंने दिल्ली से की थी। दूसरी कोशिश में उन्हें सफलता हाथ लगी है