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मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं इसलिए एशेज में अपना 100% प्रतिशत दूंगा: जॉस बटलर

ब्रिसबेनः यूएई में टी20 विश्व कप के दौरान इंग्लैंड के हीरो रहे जोस बटलर का कहना है कि अनिश्चितता के बावजूद वह एशेज सीरीज की चुनौतियों के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए वह अपना शत प्रतिशत देने की पूरी कोशिश करेंगे। बटलर का मानना है कि इंग्लैंड की तैयारियों पर मौसम की मार पड़ी है। उन्होंने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अभ्यास मैच और नए कोविड-19 के तनाव को लेकर चिंताएं व्यक्त की हैं, जो दुनिया भर में फैल रहा है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले अपनी पहली सीरीज को लेकर उत्साहित हूं। साथ ही, एशेज के लिए तैयार हैं। बटलर ने ऑस्ट्रेलिया में कभी रेड-बॉल क्रिकेट नहीं खेला है। इस पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। इसलिए मैं अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा। बटलर ने मंगलवार को ईएसपीएनक्रिकइन्फो को बताया, “कई अनिश्चिताओं के बाजवूद मैं ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज का अनुभव करने के लिए तैयार हूं, इसलिए मैं आने वाली सभी चुनौतियों का आनंद लेना चाहता हूं। मैं इसका अनुभव करने के लिए उत्साहित हूं, चाहे जो भी हो अच्छा या बुरा और मुझे यकीन है कि रास्ते में आने वाली मुश्किलों को मैं पार कर लूंगा।”

बटलर के अनुसार, “एक खिलाड़ी के रूप में मैं एक निडर दृष्टिकोण लाने की कोशिश कर रहा हूं और सही मायने में अवसर को दोनों हाथों से अपनाने की कोशिश करूंगा।” बटलर एक अच्छे अभ्यास मैच को खेलने की उम्मीद कर रहे होंगे, क्योंकि वह हाल ही में ओवल में निजी कारणों की वजह से भारत के खिलाफ इंग्लैंड की ओर से टेस्ट नहीं खेल पाए थे। वह ओल्ड ट्रैफर्ड में पांचवें टेस्ट के लिए अपना स्थान फिर से हासिल करने वाले थे, लेकिन वह मैच कोविड-19 के कारण रद्द हो गया था।

बटलर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कारण इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज से भी चूक गए थे और उनका फॉर्म भारत के खिलाफ खेली गई पांच पारियों में बेहद खराब था, जिसमें उन्होंने महज 72 रन बनाए थे। दूसरी तरफ, बटलर के पास ऑस्ट्रेलिया में सफेद गेंद क्रिकेट का अनुभव अच्छा है। उन्होंने 18 वनडे मैचों में 38.71 औसत है और उन्होंने पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले हैं। उन्होंने मेलबर्न रेनेगेड्स और सिडनी थंडर के साथ बिग बैश लीग में भी हाथ आजमाया है। बटलर ने कहा, “यहां की परिस्थिति को मैं समझने की कोशिश कर रहा हूं, उम्मीद है कि इसे जल्द समझ जाऊंगा।”

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी के रूप में चुनौती हमेशा आपके सामने आने आती है, जिसके लिए हमें जल्द उसके अनुकूल होने की जरूरत होती है, इसके लिए अभ्यास करते रहना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया में परिस्थितियों को समझने और उसके अनुसार खेलने के लिए पहली 5-10 गेंदें महत्वपूर्ण होती हैं। मैं 30 साल का हो चुका हूं और मैंने काफी क्रिकेट खेला। इसलिए, मुझे पता है कि क्या करना है।”

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