अमेरिका के 12 प्रांतों में बर्फीले तूफान का कहर, बिजली गुल, फ्लाइट्स कैंसल; 50 लोगों की मौत
न्यूयॉर्क : भारत में शीतलहर और कोहरे के चलते ही लोग कांप रहे हैं, सोचिए अमेरिका में क्या हाल होगा। दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क ने बर्फीले बवंडर के आगे सरेंडर कर दिया है। ओहियो, कोलोराडो, टेनेसी और न्यूयॉर्क समेत अमेरिका के 12 प्रांतों में बर्फीले तूफान का कहर देखने को मिला है और इसके चलते 50 लोगों की अब तक मौत हो गई है। कई जगहों पर तापमान माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार अमेरिका में सोमवार सुबह तक भीषण ठंड और बर्फीले तूफान से संबंधित घटनाओं में कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई।
इससे पहले दिन में भीषण ठंड, शीत लहर और बर्फबारी जारी रहने से 34 लोगों की मौत की खबर आई थी। बर्फ़ीले तूफ़ान अमेरिका-कनाडा सीमा के पास ग्रेट लेक्स से लेकर मैक्सिको के साथ अमेरिकी सीमा पर रियो ग्रांडे नदी तक सक्रिय है। अमेरिका में इस बर्फीले तूफान को इस सदी की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा कहा जा रहा है। कई दिनों से इसके चलते लाखों लोग अंधेरे में हैं, बिजली गुल हो गई है। इसके अलावा चारों तरफ बर्फ की मोटी चादर होने से आवागमन प्रभावित है। कहीं कारें बर्फ में ढकी हैं तो एयरपोर्ट्स पर खड़े प्लेन भी सफेद बर्फ की चादर ओढ़े हैं। इसके चलते अब तक 15,000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसल की जा चुकी हैं। अकेले सोमवार को ही 3800 फ्लाइट्स कैंसल हो गईं।
रिपोर्टों के अनुसार कोलोराडो, इलिनोइस, कंसास, केंटकी, मिशिगन, मिसौरी, नेब्रास्का, न्यूयॉर्क, ओहियो, ओक्लाहोमा, टेनेसी और विस्कॉन्सिन जैसे कम से कम 12 प्रांतों से 50 लोगों के भीषण ठंड से मरने सूचना है। पूर्वोत्तर न्यूयॉर्क राज्य के बफ़ेलो शहर में सप्ताहांत में एक मीटर से अधिक बर्फ गिरने से सबसे अधिक लोग हताहत हुए। रिपोर्ट में कहा गया है कि आज तक कम से कम 14 लोगों की मौत हुई है। शहर की पुलिस के अनुसार, ‘ठंड से मरने वालों के शव बाहर और कारों के अंदर मिले हैं।’ न्यूयॉर्क के गवर्नर कैथी होचुल ने इसे बफ़ेलो के इतिहास में सबसे विनाशकारी तूफान बताया है।
अमेरिकी मौसम विभाग के मुताबिक कई जगहों पर 14 इंच तक बर्फ जमी हुई है। न्यूयॉर्क समेत तमाम शहर बर्फ में ढके हैं। कहीं सड़कें नहीं दिख रहीं तो कहीं घास का तिनका भी नजर नहीं आ रहा है। शहर के शहर बर्फ की चादर में ही लिपटे हैं। अमेरिका के अलावा कनाडा के भी कई इलाकों में ऐसे ही हालात हैं। अकसर सर्दियों में अमेरिका और कनाडा में काफी बर्फबारी होती रही है, लेकिन इस साल मौसम ने पुराने सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए हैं। इसके चलते क्रिसमस के सेलिब्रेशन पर भी असर पड़ा है।