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आपके खून में बन गया है क्लॉट तो आ जाएगा हार्ट अटैक, ये हैं इसके पांच लक्षण

नई दिल्ली : भारत में अब कैंसर की तरह ही हार्ट डिजीज से भी काफी मौतें हो रही हैं. हार्ट अटैक का बड़ा कारण हार्ट की आर्टरी ( दिल की नसों) में बने ब्लड क्लॉट ( खून का जमना) होते हैं. लेकिन अधिकतर लोगों को पता ही नहीं होता कि उनके शरीर में खून के थक्के बन रहे हैं. जब कभी कोई व्यक्ति एक्सरसाइज करता या फिर कोई दूसरा फिजिकल वर्क करता है तो बॉडी में एग्जर्शन बन जाता है और यह क्लॉट टूट जाते हैं.

जिससे हार्ट तक ब्लड की सप्लाई बाधित होती है और हार्ट अटैक आ जाता है. ये क्लॉट किसी भी व्यक्ति के शरीर में बन सकते हैं. भले ही वह दिखने में फिट ही क्यों न लगे. इसलिए देखा भी जाता है कि फिट दिख रहे लोग भी हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं. जिम या डांस करते समय लोगों को दिल का दौरा पड़ता है और मौत हो जाती है. कई मामलों में ब्लड क्लॉट खुद भी घुल जाते हैं, लेकिन अगर ये शरीर में बने रहते हैं तो इनसे हार्ट अटैक आ सकता है.

डॉक्टर बताते हैं कि कोरोना महामारी के बाद ब्लड क्लॉट बनने के मामले बढ़ रहे हैं. कोविड वायरस के साइड इफेक्ट्स के कारण ऐसा हो रहा है. इस वजह से ही बीते तीन सालों में हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़े हैं. हार्ट की आर्टरी में ब्लड क्लॉट ज्यादा हो रहा है. इसे थ्रोम्बोसिस कहते हैं. इसके कारण हार्ट अटैक के मामलों मे इजाफा हो रहा है.

चिंता की बात यह है कि कम उम्र के लोगों की हार्ट की आर्टरी में भी थ्रोम्बोसिस हो रहा है. यही वजह है कि अब 20 से 30 साल के युवाओं को भी दिल का दौरा पड़ रहा है. हालांकि अगर ब्लड क्लॉट बनने के लक्षणों को अगर समय पर पहचान लें तो हार्ट अटैक के खतरे से बचाव किया जा सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ब्लड क्लॉट बनने के लक्षण क्या हैं और इनसे बचाव कैसे किया जा सकता है.

मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा में कार्डियोलॉजी और सीटीवीएस विभाग में डायरेक्टर ने बातचीत में बताया कि ब्लड क्लॉट बनने के कई कारण होते हैं, बढ़ता मोटापा, ज्यादा देर तक बैठे रहना, ब्लड क्लॉट की हिस्ट्री और हार्ट एरिदिमिया की वजह से ऐसा होता है. हालांकि बीते तीन सालों में कोविड वायरस की वजह से भी ब्लड क्लॉट हो रहा है. हार्ट में ये परेशानी ज्यादा देखी जा रही है. इसी वजह से दिल का दौरा पड़ने के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है.

क्या हैं ब्लड क्लॉट बनने के 5 लक्षण
सीने में दर्द
बाएं हाथ में दर्द
सांस लेने में परेशानी
स्किन का रंग बदलना
शरीर के किसी हिस्से में सूजन
ये लोग विशेष ध्यान रखें

राजीव गांधी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉ. अजित जैन बताते हैं कि जिन लोगों में मोटापा बढ़ रहा है और कोविड के गंभीर लक्षण हुए थे उनमें ब्लड क्लॉट का रिस्क अधिक होता है. ऐसे में इन लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. कोई भी परेशानी होने पर तुरंत अस्पताल जाना चाहिए.

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