बसपा, सपा व कांग्रेस के राज में कोरोना आया होता तो भगवान ही मालिक होते: सीएम योगी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कोरोना महामारी सपा शासन में आयी होती तो चाचा-भतीजे में हड़पने की होड़ लग जाती। माफिया को ठेका देने की होड़ मच जाती। कांग्रेस से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बसपा राज में कोरोना होता तब तो भगवान ही मालिक होते। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दो अलग अलग सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य था जिसने श्रमिकों के परिवार के भरण-पोषण के लिए भत्ता की व्यवस्था की। मुफ्त में राशन दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का पहला देश है। सौ करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि यही कोरोना महामारी सपा शासन में आई होती तो चाचा-भतीजे में हड़पने की होड़ लग जाती। माफिया को ठेका देने की होड़ मच जाती। कांग्रेस से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बसपा राज में कोरोना होता तब तो भगवान ही मालिक होते। अखिलेश यादव को संवेदनहीन करार देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा शासन में इंसेफेलाइटिस के कहर से बच्चे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मासूम बच्चे मर रहे थे, लेकिन अखिलेश यादव ने उन पीड़ित बच्चों से मिलने की बजाय एक कार्यक्रम में जाना जरूरी समझा था।
योगी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने जातिवाद को बढ़ावा देते हुए अपने शासनकाल में प्रदेश को दंगे की आग में झोंक दिया था। उद्योग-धंधे चौपट होते थे, दंगों में संपत्ति लूटी जाती थी। त्योहारों पर कर्फ्यू का पहरा होता था। गुंडे-माफिया व्यवस्था पर हावी होकर लोगों को लूटते थे। आज शांति है। प्रदेश में एक भी दंगे नहीं हुए। सभी त्योहार शांति से मनाये जा रहे हैं। व्यापारियों और समाज के पिछड़े वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देते हुए तमाम योजनाएं चल रही है। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओप) आज प्रदेश की एक लोकप्रिय आर्थिक योजना के रूप में चल रही है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने देश और जाति पर गौरव करना चाहिए लेकिन जातिवाद से बचते हुए राष्ट्रवाद को बढ़ावा देते हुए समाज और देश के उत्थान पर ध्यान देना चाहिए। सामाजिक न्याय की लड़ाई में स्व. कपर्ूी ठाकुर के योगदान की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सोचना होगा कि जिन लोगों ने अपने स्वार्थ में समाज को बांटकर सामाजिक ताने बाने को छिन्न-भिन किया। उनकी क्षति की, वह कभी सम्मान के योग्य नहीं हो सकता है। जबकि हमारा सामाजिक तानाबाना एक दूसरे से इतना जुड़ा होता था कि कोई भी मांगलिक कार्य पूरा नहीं होता था ।
कहा कि पिछली सरकारों में परंपरागत उद्योग मृतप्राय होता गया। भाजपा ने वर्ष 2018 में एक जिला एक उत्पाद की योजना लागू की, ताकि इन परंपरागत उद्योगों में लगे लोगों का जीवन खुशहाल हो सके। आज यह योजना सबसे लोकप्रिय योजना साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि दिवाली पर्व पर एक सप्ताह का मेला लगने जा रहा है जिसमें स्थानीय व्यापारी अपने उत्पाद बेंच सकेंगे।