नई दिल्ली: सीमा पार आतंकवाद को लेकर भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम बॉर्डर के उस तरफ भी आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेंगे। शुक्रवार को देश के रक्षा मंत्री ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि भारत ने पाकिस्तान से साफ-साफ कहा है कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई ना सिर्फ सीमा के इस तरफ की जाएगी बल्कि अगर जरूरत पड़ी तो बॉर्डर के उस तरफ भी यानी पाकिस्तान की सीमा में बैठे आतंकवादियों पर भी एक्शन लिया जाएगा।
एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘लोग अक्सर कहा करते थे कि अगर आर्टिकल 370 को खत्म किया गया तो पूरा कश्मीर जल उठेगा..जबकि मिला-जुला कर कुछ घटनाओं को छोड़ दें तो कश्मीर बिल्कुल शांत है।’ बता दें कि जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ में पिछले कुछ समय से आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसके बाद कई अलग-अलग एनकाउंटरों में कई आतंकवादी मारे भी गए हैं।
केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया था। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘यह सच है कि हमारे दुश्मन बेचैन हैं। मैं निश्चिंत होकर कह सकता हूं कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों का मनोबल टूटा है।’ 11 अक्टूबर से भारतीय आर्मी ने जम्मू और कश्मीर में छिपे आतंकवादियों को ढूंढ कर खत्म करने के अपने ऑपरेशन को औऱ तेज कर दिया है। खासकर बॉर्डर से सटे दो जिलों पुंछ और राजौरी में आतंकवादियों की शामत आई हुई है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि काफी कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर कहीं से भी सहयोग जुटा पाने में नाकाम रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रवैये को नए तरीके से गढ़ा है। याद करिये कि पिछली सरकारों का रवैया आतंकवादियों के खिलाफ नरम था। अब हालाद बदल गए हैं….हमारी सरकार ने साफ कहा है कि आतंकवाद और बातचीत दोनों एक साथ नहीं हो सकती…पिछले कुछ सालों से हमने पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत रोक दी है।’
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ‘अब हम क्रिकेट मैच खेलने या नहीं खेलने के बारे में बात नहीं करते हैं। इसके बदले हमने साफ कह दिया है कि बॉर्डर पर आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा…जरूरत पड़ी तो बॉर्डर के उस पार भी आतंकवाद पर एक्शन लिया जाएगा।’