शरीर पर दिखे ऐसे धब्बे तो हो जाएं सावधान, इस जानलेवा बीमारी का है संकेत
वैसे तो आमतौर पर हम सभी अपनी छोटी मोटी बिमारियों को ध्यान नहीं देते हैं इसकी एक वजह तो हमारा बीजी शेड्यूल है तो वहीं दूसरी वजह हमारी लापरवाही है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ही बिमारी के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिखने में तो सामान्य है वहीं लोग इसे हल्के में लेते हैं लेकिन सच तो ये है कि ये गंभीर बिमारी है।
जी हां आपको बता दें कि अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से पर नीले या बैंगनी रंग के निशान हो तो ध्यान रहे इसे इग्नोर न करें। क्योंकि ये एक गंभीर बीमारी का लक्षण है, जिसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो वो जानलेवा भी साबित हो सकती है। हैरानी की बात तो ये है कि पूरे देश में इस बीमारी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीमारी के बारे में सबसे खतरनाक पहलू ये है कि इस बीमारी के बारे में शुरुआत में ज्यादा पता नहीं चलता, लेकिन पकड़ में आने के बाद कई बार इसका इलाज संभव नहीं हो पाता है।
ब्लड कैंसर में सामान्यत: रक्त सेल्स असामान्य तौर पर विकसित होते हैं , रक्त का कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है और इससे बचने के लिए आपको खून के कैंसर के बारे में जानकारी होनी चहिए। ब्लड कैंसर कई प्रकार का है और इसका ईलाज संभव है। रक्त का कैंसर होने के बाद भी व्यक्ति सही चिकित्सा से सामान्य जीवन जी सकता है।
ब्लड कैंसर का निदान न हो पाने की लोगों की मौत हो जाती है। ब्लड कैंसर खून की कोशिकाओं को प्रभावित करता है। इससे प्रभावित कोशिकाएं अन्य कोशिकाओं से अलग होती हैं जिनकी पहचान जांच के जरिए की जा सकती है। कैंसर के सेल्स ना तो परिपक्व होते हैं और न ही समाप्त होते हैं। लेकिन कैंसर के सेल्स की संख्या दिन-प्रतिदिन बढती जाती है। कैंसर के सेल्स खून के प्लेटलेट्स को प्रभावित करने लगते हैं जिसके कारण शरीर में ब्लड कैंसर का लक्षण दिखाई देने लगता है।
शरीर पर नीले या बैंगनी रंग के निशान होना।
रात में सोते समय अचानक पसीना आना।
हीमोग्लोबिन कम होना।
थकावट बनी रहना।
पैरों में सूजन आना।
ये सभी ब्लड कैंसर के लक्षण है और ये अगर किसी व्यक्ति में नजर आते हैं तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि व्यक्ति में ब्लड कैंसर की बीमारी जन्म ले चुकी है। इसलिए ध्यान रहे कि ऐसे कोई भी व्यक्ति साल में एक बार नियमित रूप से अपने रक्त की जांच अवश्य कराए। चूंकि इस तरह की भयंकर बीमारी का जन्म न हो सके। समय पर बीमारी पकड़ में आने पर इसका इलाज जल्दी शुरू किया जा सकता है।
ब्लड कैंसर होने का सबसे प्रमुख कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता का कम होना है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर के फैलने का कारण होती है। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने के कारण शरीर में अन्य रोग जैसे गठिया या अर्थराइटिस हो जाता है जो कि ब्लड कैंसर को बढने में मदद करता है। ब्लड कैंसर एक घातक बीमारी है और निश्चित समय पर इसके लक्षण पहचान लिए जाएं तो इसका उपचार हो सकता है।