उत्तर प्रदेशराज्य

गन्ने का बकाया भुगतान नहीं करने पर किसान शुगर मिलों को नहीं देगा गन्ना : a राकेश टिकैत

मुजफ्फरनगर : यूपी के मुजफ्फरनगर में जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर भारतीय किसान यूनियन के किसानों की मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी है। यह अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन सोमवार को शुरू हुआ था। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि पिछले सत्र का बकाया भुगतान नहीं होने पर शुगर मिलों को इस सत्र में गन्ना नहीं दिया जाएगा। टिकैत ने कहा कि गन्ने का नया सत्र शुरू होने जा रहा है, लेकिन शुगर मिलों (फैक्ट्रियों) ने किसानों के गन्ने के मूल्य का बकाया भुगतान नहीं किया है।उन्होंने ने कहा कि शामली में आंदोलनरत एक वृद्ध किसान की मौत हो जाने पर भी सरकार संवेदनशील नजर नहीं दिखाई दे रही है।

सरकार को किसानों, मजदूरों के हितों और समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने किसानों से एकजुटता का आह्नान करते हुए कहा कि आज हमें अपने अधिकार के लिए लंबे संघर्ष का संकल्प लेना है।भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि जो मिल किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान नहीं करेगी, उसे किसान अब अपनी फसल नहीं देंगे। ऐसे किसानों के लिए जिला प्रशासन डायवर्जन योजना लागू करते हुए दूसरी मिलों को उनके गन्ने की आपूर्ति की व्यवस्था करे।टिकैत ने कहा कि सरकार लागत देने की बात करती है, लेकिन अभी तक भी गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है। जिले में 68 किसान सेवा सहकारी समिति हैं, सभी पर एक प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए यह पहल की जा रही है।गौरतलब है कि किसानों ने धरना सोमवार को शुरू किया था। किसानों ने साफ तौर पर कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका धरना अनिश्चितकालीन चलता रहेगा।मुजफ्फरनगर, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। यूपी के मुजफ्फरनगर में जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर भारतीय किसान यूनियन के किसानों की मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी है।

यह अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन सोमवार को शुरू हुआ था। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि पिछले सत्र का बकाया भुगतान नहीं होने पर शुगर मिलों को इस सत्र में गन्ना नहीं दिया जाएगा। टिकैत ने कहा कि गन्ने का नया सत्र शुरू होने जा रहा है, लेकिन शुगर मिलों (फैक्ट्रियों) ने किसानों के गन्ने के मूल्य का बकाया भुगतान नहीं किया है।उन्होंने ने कहा कि शामली में आंदोलनरत एक वृद्ध किसान की मौत हो जाने पर भी सरकार संवेदनशील नजर नहीं दिखाई दे रही है। सरकार को किसानों, मजदूरों के हितों और समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने किसानों से एकजुटता का आह्नान करते हुए कहा कि आज हमें अपने अधिकार के लिए लंबे संघर्ष का संकल्प लेना है।

भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि जो मिल किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान नहीं करेगी, उसे किसान अब अपनी फसल नहीं देंगे। ऐसे किसानों के लिए जिला प्रशासन डायवर्जन योजना लागू करते हुए दूसरी मिलों को उनके गन्ने की आपूर्ति की व्यवस्था करे।

टिकैत ने कहा कि सरकार लागत देने की बात करती है, लेकिन अभी तक भी गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है। जिले में 68 किसान सेवा सहकारी समिति हैं, सभी पर एक प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए यह पहल की जा रही है गौरतलब है कि किसानों ने धरना सोमवार को शुरू किया था। किसानों ने साफ तौर पर कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका धरना अनिश्चितकालीन चलता रहेगा।

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