इन राज्यों में डेंगू का कहर, बढ़ रहे मरीज, ये लक्षण दिखे तो फौरन कराएं 3 टेस्ट
देश के कई राज्यों में डेंगू का प्रकोप जारी है. एमपी दिल्ली समेत यूपी के कई जिलों में डेंगू कहर बनकर टूट रहा है. सबसे ज्यादा बुरा हाल यूपी के प्रयागराज का है. प्रयागराज में अबतक 97 डेंगू के केस मिल चुके हैं. वहीं, मामलों में तेजी से इजाफा भी हो रहा है. प्रयागराज के अलावा ब्रज में भी डेंगू का कहर है. आगरा में भी डेंगू के 30 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
इधर दिल्ली में भी डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है. दिल्ली में डेंगू के करीब 160 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि, राहत की बात यही है कि अब तक किसी की मौत नहीं हुई है. वहीं, डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी एक्टिव है. 2019 के बाद इस साल यानी 2021 में अबतक डेंगू के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गये हैं.
मध्यप्रदेश में भी डेंगू के डंक से लोग हलकान हैं. अमपी के जबलपुर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई और जिलों में डेंगू का कहर है. अकेले जबलपुर में एक दिन में डेंगू और वायरल फीवर 150 से ज्यादा नये मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, इंदौर में भी दो दिनों में डेंगू के करीब 30 मामले सामने आ चुके है. यहां, डेंगू से एक मरीज के मौत की खबर है.
डेंगू के लक्षण और बचाव के उपाये: डेंगू के मरीजों को तेज बुखार आता है. सिर में तेज दर्द रहता है. आंखों में दर्द होता है. चक्कर आना. मांसपेशियों और जोडों में तेज दर्द रहता है. इसके अलावा उल्टी आती है. डेंगू से बचाव के उपायों में सबसे अहम है कि आसपास पानी बिल्कुल जमा न होने दें.शरीर में तेज दर्द, तेज बुखार, थकान, उल्टी, मसूड़े या नाक से खून आने जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो डॉक्टर से तुरंत दिखाएं.
डेंगू के लिए होते हैं तीन प्रमुख टेस्ट
अगर बुखार के शुरुआती 1-3 दिन में टेस्ट कराना है, तो एंटिजन ब्लड टेस्ट करा सकते हैं.
4-5 दिन बाद टेस्ट कराते हैं, तो एंटीबॉडी टेस्ट (डेंगू सिरॉलजी) कराना बेहतर है.
इसके बाद मरीजों को प्लेटलेट्स काउंट टेस्ट की सलाह दी जाती है.
2017 में आये थे डेंगू के करीब दो लाख मामले
साल मामले मौत
2015 99,913 220
2016 1,29,166 245
2017 1,88,401 325
2018 1,01,192 172
2019 1,57,315 166
2020 39,419 56