अगर सही समय पर नहीं किए ये काम, तो झेलने पड़ेंगे बड़े नुकसान, गुरूड़ पुराण में भी है जिक्र
नई दिल्ली : गरुण पुराण वैष्णव संप्रदाय से संबंधित महापुराण है. यह सनातन हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण पुराण माना जाता है, जिसमें जन्म, मृत्यु, पाप, पुण्य और कर्म से संबंधित बातें भगवान विष्णु द्वारा बताई गई हैं. गरुण पुराण में भगवान विष्णु कर्म के बारे में बताते हैं.
गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु पश्चात व्यक्ति को स्वर्ग या नरक किसकी प्राप्ति होगी यह केवल उसके कर्मों पर ही आधारित होता है. इतना ही नहीं अच्छे कर्मों को करने वाला व्यक्ति अपने जीवनकाल में भी सुखों का भोग करता है. लेकिन कुछ अच्छे कार्य आपके लिए मुसीबत भी बन सकते हैं. जी हां, गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, यदि आप पुण्य या फिर अच्छे कामों को भी उचित समय पर नहीं करते तो यह दरिद्रता का कारण बन सकता है. जानते हैं कौन से हैं वो कार्य जिन्हें सही समय पर ना करने से इसके दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं और जीवन में परेशानियां आ सकती है.
घर की साफ-सफाई करना अच्छी बात है और ऐसे घर पर मां लक्ष्मी भी वास करती हैं. लेकिन संध्याकाल या सूर्यास्त के बाद घर की सफाई करने, झाड़ू-पोंछा लगाने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं और ऐसे में लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है.
दान करना सबसे अच्छे पुण्यकर्मों में गिना जाता है. जरूरतमंदों (needy) और गरीब लोगों को दान करने से भगवान भी प्रसन्न होते हैं. लेकिन भूलकर सूर्यास्त के बाद दान न करें. ऐसा दान केवल और केवल बर्बादी का कारण बनता है. इसके साथ ही इन बातों का भी ध्यान रखें कि कभी भी गंदे वस्त्र, फटे-पुराने कपड़े और पुराने या फटे जूते-चप्पल आदि का दान नहीं करें. ऐसी चीजों का दान करने से आप पुण्य नहीं बल्कि पाप के भोगी बनते हैं.
तुलसी (basil) में जल देने और पूजन करने से घर पर सुख-समृद्धि (prosperity) आती है. लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार, एकादशी और सूर्यास्त के बाद तुलसी में जल नहीं डालना चाहिए. इन नियमों का पालन न करने पर घर पर दरिद्रता छा सकती है.