ताजा खीरा और टमाटर के बिना सलाद की कल्पना नहीं की जा सकती है. गर्मी का मुकाबला करने के लिए सलाद बेहतरीन विकल्प माना जाता है. इसके अलावा भी शरीर को स्वस्थ्य रखने का महत्व बताया जाता है मगर क्या आप जानते हैं इसका असर आपके पाचन तंत्र पर नकारात्मक हो सकता है?
किचन के लिहाज से ये मिश्रण शानदार हो सकता है मगर स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से हानिकारक है. विशेषज्ञों का कहना है कि खीरे में पौष्टिक तत्व पाए जाने की वजह से शरीर को हाइब्रेटेड रखता है. खीरे में एक ऐसा गण भी होता है जो विटामिन सी के अवशोषण के साथ हस्तक्षेप करता है. इसलिए टमाटर और खीरे को एक साथ मिलाने से बचने की सलाह दी जाती है. दूसरा कारण ये है कि खीरा और टमाटर पाचन अलग तरह से पचता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक खीरे और टमाटर को एक साथ खाने से एसिड फॉर्मेशन और ब्लोटिंग का कारण बनता है. पाचन क्रिया के दौरान हर खाना अगलग तरह से रिएक्ट करता है. कुछ आहार आसानी से पचने वाले होते हैं. जबकि अन्य आहार को पचने में काफी समय लग जाता है. दो आहार के मिश्रण के पचने का समय और परिवेश अलग होता है. इससे गैस, पेट दर्द, थकान हो सकता है.
गर्मी का मुकाबला करने में सलाद जरूरी
सलाद, सूप, स्टीव, सब्जी और करी बनाने के दौरान अलग-अलग सब्जियों को मिलाया जाता है. मगर खीरे और टमाटर का मिश्रण लंबे समय में मेटाबोलिक स्तर को कम करने का कारण बनता है. सलाद का हर घटक पचने में अलग समय लेता है. खास कर जब पाचन के दौरान भोजन के अणु टूट रहे होते हैं. इस तरह कुछ घटक आसानी से पच जाते हैं जबकि कुछ को अंदरुनी हिस्सों में दिन भर रहना पड़ता है.
खीरे और टमाटर के मिश्रण से बचना भी है
एक तरफ खीरा पेट के लिए हल्का साबित होता है और पचने में कम समय लेता है जबकि दूसरी तरफ टमाटर और उसका बीज फर्मेंटेशन में ज्यादा समय लेता है. एक साथ दो अलग-अलग फूड को मिलाने पर फर्मेंटेशन प्रक्रिया से गैस और तरल पदार्थ निकलता है. जिससे कई बीमारियों के होने की आशंका बनी रहती है. इसलिए फायदा हासिल करने के बजाए स्वास्थ्यो को नुकसान पहुंचने की आशंका रहती है.